मर्सिडीज-बेंज जीएलई 450 फेसलिफ्ट का रिव्यू: ताकत, आराम और फीचर्स का बेजोड़ संगम?
हाइलाइट्स
जीएलई मर्सिडीज-बेंज पोर्टफोलियो में दूसरी सबसे बड़ी एसयूवी है. मूलतः यह ई-क्लास का एसयूवी वैरिएंट है और ई क्लास की तरह, यह तीन-पॉइंट स्टार वाली अधिक सदाबहार और लोकप्रिय एसयूवी में से एक है, जिसकी भारत में 20,000 से अधिक कारें बेची गई हैं. यह 2020 में भारत में आई चौथी पीढ़ी की GLE का मिड-मॉडल वर्ष फेसलिफ्ट है, उस वक्त इसे दो डीजल पावरट्रेन विकल्पों के साथ पेश किया गया था, फेसलिफ्ट के साथ मर्सिडीज ने एक पेट्रोल वैरिएंट GLE 450 4मैटिक को फिर से पेश किया है.
डिज़ाइन और आकार
आकार की बात करें तो बहुत कुछ नहीं बदला है. जीएलई बड़े बूट के साथ एक बड़ी 5 सीटर है. चौथी पीढ़ी के मॉडल के साथ भारत को बड़ी एसयूवी का लंबा व्हीलबेस वैरिएंट मिला था, जबकि LWB वैरिएंट के साथ इसमें सीटों की तीसरी रो फिट करने के लिए जगह और विकल्प हैं, भारत में यह केवल पांच-सीटर के रूप में उपलब्ध है.
जीएलई दिखने में भले ही सबसे शानदार न हो, लेकिन इसके आकार के कारण इसकी उपस्थिति बढ़िया है. फेसलिफ्ट ने इसे विशेष रूप से 450एस पर स्टार-लगी ग्रिल और फ्रंट बम्पर पर एएमजी डिज़ाइन किए गए एप्रन के साथ एक ताज़ा और अधिक आधुनिक अगला हिस्सा दिया है. हेडलाइन असेंबली देखने में बहुत अधिक सामान्य है. ये मल्टीबीम एलईडी हाई परफॉर्मेंस हेडलैंप हैं जिनमें 4 लाइट पॉइंट हैं जो खास दिन के समय चलने वाले लाइट सिग्नेट का पूरक हैं. प्रोफ़ाइल में यह अभी भी प्री-फेसलिफ्ट मॉडल जैसी दिखती है, लेकिन सी-पिलर का पिछला हिस्सा ग्लास क्षेत्र के कारण शानदार है. बड़े 20-इंच के अलॉय व्हील भी एएमजी लाइन वैरिएंट से लिए गए हैं.
पिछला हिस्सा उम्मीद के मुताबिक सामान्य और ठीक ठाक है. टेल लाइट के अंदर के हिस्से को अब दो हॉरिज़ॉन्टल ब्लॉकों के साथ बदला गया है. एसयूवी की लंबाई 4924मिमी चौड़ाई 1947मिमी और ऊंचाई 1797मिमी है. इसका व्हीलबेस 2995 मिमी है और ग्राउंड क्लीयरेंस 215 मिमी और टर्निंग रेडियस 5.9 मिमी दिया गया है.
कैबिन और फीचर्स
GLE का कैबिन बड़े आकार का है. एसयूवी में चढ़ना आसान बनाने के लिए इसमें एक साइड स्टेप दिया है. सबसे कम सेटिंग पर भी ग्राउंड क्लीयरेंस 200 मिमी से अधिक है. सीटें आलीशान और बड़ी हैं और निश्चित रूप से पॉवर कंट्रोल के साथ आती हैं. अफसोस की बात है कि इतनी शानदार खासियतों के बाद भी कोई मसाज फ़ंक्शन उपलब्ध नहीं है. एक बार ड्राइवर की सीट पर बैठने के बाद ऐसा महसूस होता है कि आप बाकियों से ऊपर बैठे हैं. रियर विजिबिलिटी सबसे अच्छी नहीं है लेकिन उस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आपको चारों तरफ कैमरे और सेंसर मिलते हैं.
डैशबोर्ड प्री-फेसलिफ्ट मॉडल के समान ही है, लेकिन बारीकी से देखेंगे तो आप पाएंगे कि स्टीयरिंग व्हील कंट्रोल में सेंसर सतहें कैसी हैं. इसलिए आदत डालने में थोड़ा समय लगता है. बड़ा बदलाव डिस्प्ले में है जो नई पीढ़ी का MBUX इंटरफ़ेस के साथ आता है. कमांड और कनेक्टिविटी विकल्पों की एक पूरी नई सीरीज़ मिलती है. अधिक विस्तार से जानकारी के साथ एक रंगीन हेड-अप डिस्प्ले भी है लेकिन यह हमें थोड़ा ज्यादा दखल देने वाला लगा. शुक्र है कि आप चलते-फिरते 'हे मर्सिडीज' वॉयस कमांड के साथ भी इसे बंद कर सकते हैं. हमने पिछली पीढ़ी के जीएलसी पर पहली बार अनुभव किए गए वॉयस कमांड को अधिक विश्वसनीय पाया.
पीछे की सीट काफी जगहदार है और आलीशान भी है. पीछे की ओर दो लोगों के लिए पर्याप्त जगह है. तीसरा यात्री चुस्त-दुरुस्त होगा, खासकर उसके पैरों की जगह को लेकर. पावर विंडो ब्लाइंड स्टैंडर्ड तौर पर हैं. एसी वेंट और दो टाइप-सी चार्जिंग पॉइंट पीछे के यात्री के लिए एकमात्र ध्यान देने योग्य बदलाव है. वेंटिलेटेड सीटें केवल सामने वाले यात्रियों के लिए उपलब्ध हैं. हालाँकि, फेसलिफ्ट के साथ पीछे की सीटों को अब रिक्लाइनिंग फ़ंक्शन मिलता है. कुल मिलाकर यह बैठने के लिए एक आरामदायक जगह है, जो पहले से बेहतर जरूर है लेकिन जरूरी नहीं कि फैंसी हो.
एसयूवी में 630 लीटर का बूट स्पेस मिलता है, जो लंबी दूरी की यात्रा या यहां तक कि कई गोल्फ बैग ले जाने के लिए आदर्श हैं. एसयूवी में 93 लीटर का फ्यूल टैंक और 9 एयरबैग भी शामिल हैं.
ताकत और प्रदर्शन
GLE के साथ अब 2 डीजल और एक पेट्रोल इंजन को पेश किया जा रहा है. डीजल में 300d और महंगा 450d इंजन विकल्प है. हमारे पास GLE 450 4मैटिक है जिसमें 3.0-लीटर इन-लाइन, 5-सिलेंडर पेट्रोल इंजन के साथ 9-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स (टॉर्क कनवर्टर) है. ताकत सभी पहियों पर जाती है लेकिन पीछे की ओर इसका ज्यादा झुकाव है. ताकत और टॉर्क दोनों भारत में बेची गई पिछली पेट्रोल जीएलई से एक महत्वपूर्ण बदलाव हैं. यह इंजन लगभग 376bhp की ताकत और 500Nm का पीक टॉर्क पैदा करता है. माइल्ड-हाइब्रिड इंजन लगभग 20bhp की ताकत और 200Nm का पीक टॉर्क पैदा करता है. इससे पता चलता है कि जीएलई किस तरह से खड़े होकर या ट्रैफिक के बीच रेंगते हुए गियर के जरिए गति पकड़ती है. यह पूरी तरह से आरामदायक है. तुरंत दिखाने पर कोई प्रतिरोध नहीं होता है और यह न्यूनतम दिक्कतों के साथ 100 की स्पीड तक चली जाती है.
चलते-फिरते जीएलई आपको शक्ति का अहसास करवाती रहती है. अब इस 450 4MATIC अवतार में और भी अधिक, जो काफी अधिक शक्ति और टॉर्क लेकर आई है. स्टीयरिंग का वजन अच्छा है लेकिन यह एक बड़ी एसयूवी है इसलिए बॉडी रोल महसूस करवाती है.
कार में सवारी की बात करें तो यह कम कंपन्न वाली है और अंदर बैठने वाले लोगों को ज्यादा परेशानी महसूस नहीं होती है. इसमें AIRMATIC एयर सस्पेंशन मिलता है जो एडेप्टिव डंपिंग सिस्टम भी प्रदान करता है. यह इसे वाहन की स्पीड और भार के आधार पर ऑटोमेटिकली एडजेस्ट करने की अनुमति देता है, असमान सतहों पर ड्राइविंग स्थिरता के लिए संतुलन बनाता है. इस प्रकार आपको कार के अंदर सस्पेंशन से कम गड़गड़ाहट का अनुभव होता है. जीएलई का कैबिन भी अच्छी तरह से इंसुलेटेड है, जिससे बाहरी शोर काफी हद तक कम हो जाता है. पीछे की ओर देखना एक चुनौती हो सकती है लेकिन ऑनबोर्ड कैमरे - जिसमें सराउंड व्यू भी शामिल है काफी हद तक काम आसान कर देते हैं लेकिन इसकी भरपाई नहीं कर सकते. एक ऑफ-रोड सक्षम एसयूवी, मर्सिडीज अधिक सक्षम ऑल-व्हील ड्राइव सिस्टम के साथ आगे बढ़ गई है. मामले में मदद के लिए इसमें 'ट्रांसपेरेंट बोनट' फीचर भी मिलता है जो वास्तविक समय में कार के नीचे की वास्तविक सड़क का दृश्य देता है. इसमें अंडरबॉडी प्रोटेक्शन भी है.
जीएलई 450 में एक 3.0 लीटर का 6 सिलेंडर पेट्रोल इंजन मिलता है जो 376 बीएचपी ताकत और 500 एनएम पीक टॉर्क बनाता है इसके अलावा दो डीज़ल इंजन के विकल्प हैं, जिसमें जीएलई 300 डी जो 2.0 लीटर का 6 सिलेंडर इंजन है और 266बीएचपी ताकत और 550Nm टॉर्क बनाता है के अलावा जीएलई 450 में एक 3.0 लीटर डीज़ल इंजन भी मिलता है जो 362 बीएचपी की ताकत और 750 एनएम का पीक टॉर्क बनाता है. तीनों ही इंजन विकल्प ऑल व्हील ड्राइव के साथ आते हैं और 9 स्पीड ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन से जोड़े गए हैं.
कीमत
जीएलसी और जीएलएस के बीच स्थित जीएलई ऑडी क्यू7, बीएमडब्ल्यू एक्स5 और वॉल्वो एक्ससी90 जैसी कारों से प्रतिस्पर्धा करती है. यह सबसे महंगी है, लेकिन इसमें दो साल का सर्विस पैकेज केवल ₹85,000 से शुरू होता है. मर्सिडीज फेसलिफ्टेड GLE को पांच रंगों में पेश कर रही है. यहां प्रदर्शित एक पोलर व्हाइट है जबकि पैलेट में नया सोडालाइट ब्लू है. भले ही मर्सिडीज-बेंज अपनी उत्सर्जन-मुक्त ईक्यू रेंज को बहुत बढ़ावा दे रही है, निर्माता का दावा है कि इस जीएलई का 85% तक संभावित रूप से रिसाइकिल किया जा सकता है. लॉन्च किए गए तीन वेरिएंट में से 450 डी की डिलेवरी अगले साल की शुरुआत में शुरू होगी.
जीएलई भारत में मर्सिडीज-बेंज की मुख्य एसयूवी में से एक रही है. यह एक प्रभावशाली आकार है, इसमें खराब सड़क क्षमता है और यह इंट्रा और इंटरसिटी दोनों कर्तव्यों में बहुमुखी है. पर्याप्त बदलाव के साथ यह एक महंगी कार बन गई है लेकिन अभी भी एक शक्तिशाली लक्जरी एसयूवी पैकेज बना हुआ है जो एक ही समय में आश्वस्त और आकर्षक है.