अपोलो टायर्स बढ़ती लागत के चलते कीमतों में करेगी 5 फीसदी तक की बढ़ोतरी
हाइलाइट्स
अपोलो टायर्स चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में घरेलू बाजार की कीमतों में 3 से 5 फीसदी तक की बढ़ोतरी करेगी. कंपनी के अधिकारियों के मुताबिक अगर कमोडिटी दरें ऊंची बनी रहीं तो चौथी तिमाही में भी कीमतों में और बढ़ोतरी की जा सकती है. वित्तीय वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही के परिणामों की घोषणा के दौरान मीडिया से बात करते हुए, अपोलो टायर्स के एमडी नीरज कंवर ने कहा कि कंपनी ने सितंबर तक टायर की कीमतों में औसतन लगभग 9 प्रतिशत की वृद्धि की है. उन्होंने कहा, "हम अक्टूबर और नवंबर के महीनों में अपने विभिन्न सेगमेंट्स में 3 से 5 प्रतिशत तक, कीमतों में बढ़ोतरी कर रहे हैं.”
30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही में, अपोलो टायर्स ने कच्चे माल की बढ़ती लागत के चलते पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में कमाए रु 216.24 करोड़ के मुनाफे के मुकाबले इस बार 59 प्रतिशत की गिरावट के साथ रु 89.65 करोड़ का ही मुनाफा दर्ज किया है. कुल कमाई एक साल पहले की तिमाही में ₹ 2,911.57 करोड़ के मुकाबले इस बार ₹ 3,649.71 करोड़ से अधिक रही. दूसरी तिमाही में खपत किए गए कच्चे माल की लागत एक साल पहले की समान अवधि में ₹ 1,527.06 करोड़ के मुकाबले ₹ 2,471.63 करोड़ हो गई.
कंपनी ने कहा कि भारत महामारी की स्थिति से धीरे-धीरे सामान्य स्थिति की तरफ लौट रहा है और मांग की गति में लगातार सुधार दिख रहा है. सीएफओ गौरव कुमार ने कहा, "ट्रक टायरों की मांग, जो पिछड़ रही थी, उसमें कुछ सुधार के संकेत दिख रहे है. हालांकि, सेमीकंडक्टर्स की कमी के कारण यात्री कारों की मांग में गिरावट जारी है." उन्होंने यह भी कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही के लिए आने वाली मांग की गति बेहतर दिख रही है.
Last Updated on November 19, 2021