कोरोनावायरस: महिंद्रा ने ड्राइवरों को राहत देने के लिए कदम उठाए

हाइलाइट्स
कोरोनावायरस लॉकडाउन के चलते देश भर में ड्राइवरों पर भारी वित्तीय संकट पड़ गया है. उनमें से ज्यादातर या तो राजमार्गों पर फंसे हुए हैं या ड्राइव करने और कमाने के लिए घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. हाईवे पर फंसे चालक कहीं भी नहीं जा सकते हैं और पानी या भोजन जैसी जरूरी चीज़ें या तो सीमित हें या उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं. एसे में इनको तत्काल मदद की जरूरत है और स्थिति का मुकाबला करने और ड्राइवरों को राहत देने के लिए महिंद्रा लोजिस्टिक्स ने HOPE (हेल्पिंग आवर पीपल इन इमर्जेंसी) लॉन्च किया है. इस मिशन का उद्देश्य ड्राइवरों को लॉकडाउन के खिलाफ उनकी लड़ाई में सहायता करने के लिए वित्तीय मदद पहुंचाना है.
प्लेटफ़ॉर्म सभी ड्राइवरों की मदद करेगी न केवल उन लोगों की जो कंपनी के के लिए या उसके साथ काम करते हैं. ये देश भर के राज्यों में ज़रूरी सामान पहुंचाने वाले ट्रक ड्राइवर हो सकते हैं या फिर वो चालक जो विभिन्न कंपनियों के लिए टैक्सी चलाते हैं. महिंद्रा लॉजिस्टिक्स ने संहिता नामक एक सामाजिक संस्था और सुपर मनी नाम की वित्तीय उधार देने वाले तकनीकी प्लेटफॉर्म के साथ मिलकर लाभार्थियों तक पहुंचाने के लिए एक करार किया है. इस कदम से महिंद्रा का उद्देश्य श्रमिकों को आर्थिक सहायता देने के लिए एक कारगार सिस्टम बनाना है जिसका इस्तेमाल कंपनियों के सीएसआर फंड्स को सही दिशा देने के लिए किया जा सके. संहिता मॉडल को कोरोनोवायरस संकट से निपटने में कॉर्पोरेट भारत के प्रयासों को एक जुट करने के लिए बनाया गया है.
पहल के एक हिस्से के रूप में, महिंद्रा अपने चालकों को रु 3,000 की सहायता दे रहा है ताकि वे आवश्यक वस्तुओं को खरीद सकें. इसके बाद स्वास्थ्य बीमा कवर, सरकारी योजनाओं का लाभ उठाना और लोन गारंटी मॉडल जैसी अन्य सहायता भी दी जाएंगी. कंपनी पहले से ही दिल्ली और मुंबई सहित देश के 8 शहरों में चिकित्सा आवश्यकताओं के लिए मुफ्त आपातकालीन कैब सेवाएं शुरू कर चुकी है.












































