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लद्दाख की नुब्रा घाटी में रेत के टीले पर टोयोटा फॉर्च्यूनर चलाना दंपत्ती पर पड़ा भारी

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Couple Driving Toyota Fortuner On Ladakhs Sand Dune In Nubra Valley Fined Rs 50,000
नुब्रा घाटी के हुंडर में रेत के टीलों पर अपनी टोयोटा फॉर्च्यूनर एसयूवी चलाने के लिए एक कपल पर रु. 50,000, का जुर्माना लगा है. यह पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र है.
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द्वारा ऋषभ परमार

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प्रकाशित जून 13, 2022

हाइलाइट्स

    लद्दाख हमारे देश के सबसे खूबसूरत लेकिन संवेदनशील पारिस्थितिक क्षेत्रों में से एक है, यही वजह है कि पर्यटकों को इस बात से सावधान रहने की जरूरत है कि वे इस क्षेत्र के साथ कैसा व्यवहार करते हैं. जयपुर के एक कपल के लिए यहां सफर करना मुसीबत भरा बन गया. दरअसल, इस दंपति पर नुब्रा घाटी के हुंदर में रेत के टीलों पर अपनी टोयोटा फॉर्च्यूनर एसयूवी चलाने के लिए ₹ 50,000 का जुर्माना लगाया गया था. लेह पुलिस ने फेसबुक पर दो तस्वीरें पोस्ट कीं जिसमें एसयूवी को ठंडे रेगिस्तान में कुछ ऑफ-रोडिंग करते हुए दिखाया गया है.

    लेह पुलिस ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा, "एक पर्यटक वाहन को एसडीएम [सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट] नुब्रा के हुंदर में रेत के टीलों पर कार नहीं चलाने के निर्देश का उल्लंघन करते हुए पाया गया. जयपुर के दंपति को कानून के अनुसार दंडित किया गया है और उनसे ₹50,000 का एक बांड लिया गया था.  जिला पुलिस लेह पर्यटकों से अनुरोध करती है कि वे रेत के टीलों पर गाड़ी न चलाएं क्योंकि आप प्राकृतिक परिदृश्य को नुकसान पहुंचाते हैं और निषेधाज्ञा का उल्लंघन करते हैं."

    समुद्र तल से लगभग 10,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित, नुब्रा घाटी लेह से लगभग 120 किमी उत्तर में स्थित है और श्योक और सियाचिन नदियों के मिलन की गवाह है. घाटी लद्दाख क्षेत्र को काराकोरम रेंज और सियाचिन ग्लेशियर से अलग करती है. खारदुंग ला दर्रे की यात्रा करने के लिए पर्यटक नुब्रा घाटी से यात्रा करते हैं.

    5gddk4i8पर्यावरण विशेषज्ञों का सुझाव है कि अनियंत्रित पर्यटन पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र को नुकसान पहुंचा सकता है

    लद्दाख क्षेत्र एक ठंडे रेगिस्तानी परिदृश्य के रूप में आश्चर्यजनक रूप से सुंदर है, लेकिन कम आबादी वाला है. यह गर्मियों के महीनों के दौरान अप्रैल और सितंबर के बीच पर्यटकों के लिए खुला रहता है. स्थानीय लोगों के लिए आर्थिक रूप से बहुत अच्छा होने के बावजूद, इस क्षेत्र में बेहतर बुनियादी ढांचे के कारण पर्यटकों की हालिया आमद चिंता का कारण रही है. कई पर्यावरण विशेषज्ञों का सुझाव है कि अनियंत्रित पर्यटन पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र को नुकसान पहुंचा सकता है.

    यह पहली बार नहीं है जब पर्यटक लद्दाख क्षेत्र को नुकसान पहुंचाते हुए पकड़े गए हैं. इस साल की शुरुआत में, एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें एक ऑडी एसयूवी को पैंगोंग झील के पार ले जाई जा रही थी, जिसमें दो पर्यटक छत से लटके हुए थे.

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    Last Updated on June 13, 2022


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