भारतीय वायुसेना को ऑक्सीज़न पहुंचाने के लिए अशोक लीलैंड का समर्थन मिला
हाइलाइट्स
आजकल पूरा देश COVID-19 महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है. अधिकांश अस्पतालों में मरीज़ों की भरमार होने के साथ ही मेडिकल ऑक्सीजन की भारी कमी हो गई है. घातक वायरस के खिलाफ लड़ाई के समर्थन में, भारतीय वायु सेना (IAF) ने यात्रा के समय को कम करने के लिए, खाली ऑक्सीजन टैंकरों को एयरलिफ्ट करने के लिए अभियान चलाया है. अशोक लीलैंड ट्रकों के समर्थन से भारतीय वायु सेना ने हाल ही में चिकित्सा ऑक्सीजन को देश के कई हिस्सों में तेज़ी से पहुंचाया है. यह काम दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा कई राज्यों को ऑक्सीजन पहुंचाने का सुझाव देने के बाद किया गया है, जहां चिकित्सा ऑक्सीजन की कमी थी.
कोरोना राहत अभियान के एक हिस्से के रूप में, IAF ने रिचार्जिंग के लिए वायु सेना स्टेशन हिंडन से पानागढ़ तक ऑक्सीजन कंटेनरों को ले जाने के लिए C-17 और IL-76 विमानों का इस्तेमाल किया. बेगमपेट से भुवनेश्वर और इंदौर से जामनगर तक का कार्य पूरा करने के बाद, सी -17 विमान ने पुणे, इंदौर और जोधपुर से जामनगर तक कंटेनरों को पहुँचाया. भारतीय वायु सेना ने झारखंड के लिए भी समर्थन बढ़ाया जब हिंडन एयर बेस और भोपाल से रांची तक सी -17 विमान ने क्रायोजेनिक ऑक्सीजन टैंकरों को एयरलिफ्ट किया.
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इस महत्वपूर्ण समय में, अशोक लीलैंड की सर्विस टीम ने घातक कोरोनवायरस के खिलाफ लड़ाई में यह अहम कदम आगे बढ़ाया है. कंपनी ऑक्सीजन का परिवहन करने वाले सभी ब्रांडों के कमर्शल वाहनों के साथ-साथ अन्य आवश्यक वस्तुओं ले जा रहे वाहनों को सड़कों पर हर तरह की सहायता देने का वादा भी कर रही है.