महाराष्ट्र सरकार ने ग्रेट वॉल मोटर्स और अन्य चीनी कंपनियों के निवेश को फिल्हाल रोका
हाइलाइट्स
हाल ही में लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई झड़प का प्रभाव देश के बाकी हिस्सों में दिखाई देने लगा है. देश में चीनी उत्पादों के बहिष्कार की भावना बढ़ने के कारण, महाराष्ट्र सरकार ने घोषणा की है कि उसने राज्य में तीन चीनी निवेशों को फिल्हाल रोकने का निर्णय लिया है. इनमें ग्रेट वॉल मोटर्स (GWM), बीकीफोटोन मोटर और हेंगली इंजीनियरिंग के निवेश शामिल हैं. पिछले सप्ताह मेग्नेटिक महाराष्ट्र 2.0 सम्मिट में चीनी कंपनियों के रु 5000 करोड़ से अधिक निवेशों की घोषणा की गई और GWM ने राज्य सरकार के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर भी किए थे.
कंपनी का कुल निवेश रु 7600 करोड़ का होगा
राज्य सरकार के ताज़ा फैसले के बारे में बोलते हुए, महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई ने एनडीटीवी से कहा, "हां, केंद्र से सलाह लेने के बाद निर्णय लिया गया है. हमने परियोजनाओं को रोक दिया है और केंद्र से आगे के निर्देशों की प्रतीक्षा कर रहे हैं." BeiqiFoton मोटर तलेगांव में रु 1000 करोड़ लगा कर इलेक्ट्रिक बस प्लांट स्थापित करने के लिए तैयार है जिससे 1500 नई नौकरियों बनेंगी.
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GWM ने इस वर्ष की शुरुआत में 2020 ऑटो एक्सपो से भारत में अपनी शुरुआत की और MoU के अनुसार, पुणे के तालेगाँव में अपना नया प्लांट स्थापित कर रहा है. कंपनी का कुल निवेश रु 7600 करोड़ का होगा और इसकी वजह से क्षेत्र में 3,000 से अधिक नौकरियों आएंगी. पिछले साल दिसंबर में, चीनी ऑटो दिग्गज ने तालेगांव में अपने कारख़ाना बनाने के लिए जनरल मोटर्स के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे.