दुनिया की सबसे तेज़ कार से 5 गुना ज़्यादा रफ्तार, जानें राफेल की दिलचस्प बातें
हाइलाइट्स
भारत और हम सभी भारतीयों के लिए ये बड़े गर्व की बात है कि राफेल लड़ाकू विमान का हरियाणा के अंबाला एयर फोर्स बेस पर उतर चुका है. राफेल जैट की मौजूदगी निश्चित तौर पर भारतीय एयर फोर्स की ताकत बढ़ाएगा क्योंकि ये दुनिया के सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमानों में एक है. इस विमान को लेकर आपमें से बहुत से लोगों में उत्सुकता बनी हुई होगी, तो हमने सोचा कि आपको इस विमान के बारे में कुछ ऐसी जानकारी दें जो दिलचस्प हो. सबसे पहले आपको बता दें कि राफेल का मतलब होता है हवा का झोंका और असल में इस फाइटर जैट को देखकर ही समझ आता है कि ये नाम इसके काम से बिल्कुल मेल खाता है.
राफेल को इराक, सीरिया, अफगानिस्तान, माली और लीबिया में हवा के रास्ते कहर बरसाते हुए देखा गया है. ये 4.5 जनरेशन फाइटर जैट है और इस विमान को एक बार उड़ाकर कई मिशन पूरे किए जा सकते हैं. राफेल दो इंजन वाला जैट है जिसके साथ M88-2 इंजन दिए गए हैं. राफेल में लगा हर इंजन 7.5 टन का है और इसकी अधिकतम रफ्तार 2,222 किमी/घंटा या 1.8 मैक है जो इसे ध्वनि से भी तेज़ रफ्तार वाला विमान बनाते हैं. ये जैट 24.5 टन तक भार उठा सकता है और इसमें 11.4 टन इंधन भरा जा सकता है जिसकी मदद से एक बार इंधन भरने पर इसे 3,700 किमी तक उड़ाया जा सकता है.
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इसकी तेज़ रफ्तार का आपको अंदाज़ा हो सके इसके लिए बता दें कि दुनिया की सबसे तेज़ रफ्तार कारों में एक बुगाटी शिरॉन से राफेल पांच गुना तेज़ है. बुगाटी शिरॉन में बेहद दमदार 8-लीटर का डब्ल्यू16 इंजन लगाया गया है जो दो वी8 इंजन के बराबर है और 1,479 बीएचपी पावर के साथ 1,600 एनएम पीक टॉर्क जनरेट करता है. इस कार की अधिकतम रफ्तार 420 किमी/घंटा है जो राफेल की अधिकतम रफ्तार से पांच गुना कम है. ये भी बता दें कि ये बेहद आधुनिक तकनीक वाला लड़ाकू विमान है जिसे लैंड होने के लिए सिर्फ 450 मीटर जगह की ज़रूरत होती है और किसी भी विपरीत परिस्थिति का सामना करने के लिए ये विकान काफी है.