एंपियर व्हीकल्स ने भारत में बेचे 1 लाख इलेक्ट्रिक वाहन, कंपनी ने मांग में देखी तेज़ी
हाइलाइट्स
ग्रीव्स कॉटन लिमिटेड के इलेक्ट्रिक यातायात व्यापार एंपियर इलेक्ट्रिक ने भारतीय बाज़ार में 1 लाख इलेक्ट्रिक वाहन बेचने का कीर्तिमान हासिल कर लिया है. बिक्री का यह आंकड़ा एंपियर और ईएलई ने मिलकर पार किया है जो ग्रीव्स कॉटन का ही इलेक्ट्रिक तीन-पहिया ब्रांड है. कंपनी ने कहा है कि उनके मौजूदा ग्राहकों में निजी ग्राहकों के साथ फ्लीट ग्राहक भी शामिल हैं जो भारत के 400 इलाकों में कंपनी के वाहन इस्तेमाल कर रहे हैं. पिछले कुछ सालों में एंपियर सबसे किफायती इलेक्ट्रिक वाहन ब्रांड के रूप में उभरकार सामने आई है जो बहुतायत में वाहन बेचती है. कंपनी ने कहा है कि उन्हें इलेक्ट्रिक स्कूटरों की मांग में काफी तेज़ी देखने को मिली है जो कि छोटे कस्बों और शहरों से आई है.
इलेक्ट्रिक स्कूटर निर्माता Ampere ने बताया कि इलेक्ट्रिक वाहन बाज़ार में तेज़ी से बढ़ती मांग के तीन कारण हैं. पहला कोविड-19 महामारी के बाद निजी यातायात की बढ़ती मांग, दूसरा पेट्रोल-डीज़ल के दाम और तीसरा है फेम 2 स्मीम में बदलाव जिसमें इलेक्ट्रिक वाहन तेज़ी से अपनाए जाएं, इसके लिए इंसेंटिव को और भी बढ़ा दिया गया है. इसी समय एंपियर ने यह दावा भी किया है कि मांग बढ़ने का सबसे बड़ा कारण कंपनी की व्यापक रेन्ज है, इसके अलावा दमदार रिटेल नैटवर्क, आफ्टरमार्केट केयर, अनुभवी ईवी मैकेनिक और ईवी फायनेंस शामिल हैं जिसमें ग्रीव्स फायनेंस के साथ अन्य विकल्प शामिल हैं.
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कंपनी तकनीक, टैलेंट डेवेलपमेंट और चैनल नैटवर्क के साथ ग्राहकों को बेहतर अनुभव देने पर निवेश कर रही है और अब इसका परिणाम भी कंपनी को मिलना शुरू हो गया है. साल की शुरुआत में एंपियर ने अपने तमिलनाडु स्थित रानीपेट प्लांट पर अगले 10 साल के लिए रु 700 करोड़ के निवेश का ऐलान किया है. इससे पहले जुलाई 2021 में कंपनी ने 500 टचपॉइंट देशभर में शुरू करने की घोषणा की है जिसमें 350 डीलशिप एंपियर वाहनों के लिए और 165 डीलरशिप ईएलई ई-रिक्शा के लिए हैं.