नवंबर में फीकी पड़ी यात्रि वाहनों की बिक्री, 18.60 प्रतिशत की आई गिरावट
हाइलाइट्स
सेमीकंडक्टर संकट भारत में वाहनों की बिक्री पर भारी पड़ रहा है. देश के सबसे बड़े त्योहार दिवाली के महीने में भी उद्योग ने बिक्री में गिरावट दर्ज की है. सप्लाय की कमी के कारण पूरे उद्योग में वाहनों पर छूट भी कम कर दी गई थी. यात्री वाहन सेग्मेंट में साल-दर-साल (YoY) 18.60 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है, बीते साल इसी महीने में 2,64,898 यूनिट्स की बिक्री के मुकाबले इस बार 2,15,626 वाहनों की ही बिक्री हुई है.
पिछले साल इसी महीने में बेची गई 1,49,949 यूनिट्स की तुलना में यात्री कारों की बिक्री 32.70 प्रतिशत घटकर 1,00,906 यूनिट्स तक रह गई है. हालांकि कारों के सेग्मेंट में एसयूवी ने अभी भी नवंबर में 1,05,091 यूनिट्स की बिक्री के साथ 1.51 प्रतिशत की मामूली वृद्धि दर्ज की है. ठीक एक साल पहले इसी महीने 1,03,525 यूनिट्स बेची गई थीं. पिछले साल बेची गई 11,424 यूनिट्स की तुलना में वैन सेग्मेंट में 9,629 यूनिट्स की बिक्री के साथ 15.71 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है.
बाकी सेग्मेंट्स की बात करें तो दोपहिया वाहनों की बिक्री 34.35 प्रतिशत घटकर 10,50,616 यूनिट्स रह गई, जो एक साल पहले बेचे गए 16,00,379 वाहनों के मुकाबले कम थी। तिपहिया सेगमेंट में एक साल पहले बेचे गए 24,071 वाहनों की तुलना में 22,471 यूनिट्स की ही बिक्री हुई है, और 6.64 प्रतिशत की मामूल गिरावट देखने को मिली है. वहीं भारत में इस दौरान 46 क्वाड्रिसाइकिल ही बिकी हैं. कुल मिलाकर, उद्योग ने पिछले साल इसी महीने में बेची गई 18,89,348 यूनिट्स की तुलना में 12,88,749 यूनिट्स बेचीं. यानि 31.78 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है.
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जैसा कि हमने पहले बताया कि बिक्री में गिरावट का मुख्य कारण वैक्षविक बाज़ार में चिप की कमी है, जानकारी के लिए बता दें पूरा ऑटो उद्योग वर्ष की शुरुआत से ही मंदी के संकट से जूझ रहा है. हालांकि, ग्रामीण क्षेत्रों में कमजोर मांग के कारण दोपहिया वाहनों की बिक्री में भी गिरावट देखी गई है. उद्योग के विशेषज्ञों के अनुसार, सेमीकंडक्टर समस्या साल 2022 के कम से कम शुरु में बिक्री को प्रभावित करेगी और दूसरी तिमाही के बाद ही स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है.