कोरोना का प्रकोपः बजाज ने महामारी से लड़ने के लिए Rs. 100 करोड़ देने का वादा किया
हाइलाइट्स
पूरी दुनिया जहां कोरोना वायरस की चपेट में आ चुकी है, भारत में भी इसका बहुत बुरा असर पड़ता दिखाई दिया है. संकट की इस घड़ी में ऑटो इंडस्ट्री से सरकार को मदद की उम्मीद है और ये कंपनियां आर्थिक मदद के साथ-साथ भारत सरकार के वेंटिलेटर बनाने वाली बात पर भी ध्यान दे रही है. इस बीच बजाज ग्रुप ने कोरोना के विरुद्ध लड़ाई के लिए 100 करोड़ रुपए का योगदान दिया है. बजाज ने कहा है कि हम बहुत बारीकी से इस महामारी से लड़ रहे हैं और कोरोना वायरय के फैलने की दशा में मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. कंपनी निजी और सरकारी हॉस्पिटल पर नज़र बनाए हुए हैं जिनके आईसीयू को बेहतर बनाने के अलावा मरीजों के लिए वेंटिलेटर्स और स्वास्थ्य कर्मचारी, डॉक्टर्स, नर्स और मेडिकल स्टाफ के लिए सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे.
इसके अलावा बजाज कई संस्थानों के साथ काम कर रही है जो दैनिक वेतनभोगी, बेघर और गली में घूमने वाले बच्चों की तत्काल सहायता कर सके. खाना बांटने, पनाह देने और सेनिटेशन के साथ सेहत का ध्यान रखने की पहल पर भी कंपनी काम शुरू करेगी. बजाज ग्रुप ने ये भी पाया है कि लोग शहर छोड़कर अपने गांव की तरह जा रहे हैं, ऐसे में कंपनी एक अच्छी राषि ग्रामीण इलाकों के लिए भी सुनिश्चत करने वाली है. इसमें ग्रामीण इलाकों में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए जागरुकता फैलाने और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना शामिल है जिनमें आईसोलेशन फैसिलिटी और डायगनॉस्टिक सेंटर शामिल हैं.
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बजाज ने ये भी ऐलान किया है कि कंपनी ने अपने सभी प्लांट्स बंद कर दिए हैं ताकि कोरोना वायरय को रोकने के लिए भारत सरकार के प्रयासों को सफल बनाया जा सके. बजाज ऑटो ने कहा है कि हमने दफ्तर में काम करने वालों के लिए घर के काम करने की सुविधा उपलब्ध कराई है, वहीं कर्मचारियों के मिलने-जुलने और यात्रा पर प्रतिबंध लगाया है जिसमें डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट्स शामिल हैं.