कोरोनावायरस महामारी: मारुति सुज़ुकी को साल की पहली तिमाही में हुआ Rs. 249 करोड़ का नुकसान
हाइलाइट्स
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता मारुति सुज़ुकी ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए अपने वित्तीय परिणामों की घोषणा कर दी है. अप्रैल से जून 2020 की अवधि के दौरान कंपनी ने कुल रु. 36,77.5 करोड़ की बिक्री की जो पिछले वर्ष से 80% कम था. 30 जून को समाप्त हुई अवधि में कंपनी को रू 2,49.4 का नुकसान भी उठाना पड़ा. पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी ने रु 1435.5 करोड़ का लाभ कमाया था. 17 सालों में यह पहली बार हुआ है कि मारुति को किसी तिमाही में नुकसान हुआ है.
घोषणा के बाद कल की तुलना में कंपनी के शेयर 2% कम मूल्य पर कारोबार कर रहे थे
घोषणा के बाद, कंपनी के शेयर दिन में 3 बजे लगभग रु. 6150 पर कारोबार कर रहे थे जो कल के अंत की तुलना में लगभग 2% कम था. कोरोनावायरस महामारी ने भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग के इतिहास में एक अभूतपूर्व तिमाही सुनिश्चित की है. लॉकडाइन के चलते अप्रैल के महीने में कामकाज पूरी तरह से बंद रहा और मई में आंशिक रूप से फिर से शुरू किया गया. इसका मतलब है कि तिमाही के एक बड़े हिस्से में मारुति सुज़ुकी के लिए शून्य उत्पादन और शून्य बिक्री हुई.
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तिमाही के एक बड़े हिस्से में लॉकडाउन के कारण शून्य उत्पादन और बिक्री हुई
बिक्री के लिहाज़ से, मारुति सुज़ुकी ने तिमाही के दौरान कुल 76,599 वाहन बेचे. घरेलू बाजार में बिक्री 67,027 इकाई रही जबकि कुल 9,572 कारों का निर्यात हुआ. कंपनी के अनुसार कम परिचालन खर्च और निवेशित अधिशेष पर अधिक उचित मूल्य लाभ सुनिश्चित करने से नुकसान कम करने में मदद मिली. बुधवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में एक नियामक फाइलिंग में यह जानकारी सामने आई. पिछले साल अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी ने कुल 402,594 वाहन बेचे थे, जो कि 2018-2019 की इसी अवधि की तुलना में 17.9% कम था.