दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे बनेगा भारत का पहला हाईटेक कॉरिडोर, जानें इसके बारे में
हाइलाइट्स
दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे बहुत जल्द स्मार्ट और हाई-टेक कॉरिडोर बनने वाला है और अब वाहन चालकों को खबरदार हो जाना चाहिए क्योंकि उनकी रफ्तार पर चालान की संभावना बहुत बढ़ने वाली है. ओल्ड मथुरा रोड से शुरू होने वाला दिल्ली-आगरा हाईवे भारत का पहला नेशनल हाईवे कॉरिडोर बनने वाला है जिसपर स्क्रीन लगे होंगे. ये सभी स्क्रीन तय रफ्तार से आगे बढ़ने पर चालक को चेतावनी देंगे. दरअसल यह व्हीकल ऐक्चुएटेड स्पीड डिस्प्ले -वीएएसडी- हैं जिन्हें इस हाईवे पर अलग-अलग जगह लगाया जाएगा और वाहन की रफ्तार की लाइव जानकारी उपलब्ध कराएंगे.
भारतीय नेशनल हाईवे प्राधिकरण द्वारा उठाया गया यह कदम किसी भी नेशनल हाईवे पर आधुनिक ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम शुरू करने के लिए है जिसका लक्ष्य ट्रैफिक को सुचारू होर सुरक्षित रखना है. प्राधिकरण ने इसके लिए टेंडर भी जारी किया है और शुरुआती 4.4 किमी लंबे 6-लेन बदरपुर ऐलिवेटेड हाईवे से होते हुए आगरा तक यह काम पुरा किया जाएगा. एटीएमएस सॉफ्टवेयर के ज़रिए ई-चालान बनाए जाएंगे इसे वाहन डेटाबेस, फास्टैग और एनआईसी से जोड़ा जाएगा, इनके ज़रिए वाहन की तमाम जानकारी सामने आ जाएगा. यह जानकारी ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को दी जाएगी जिससे आगे की कार्यवाही की जा सके.
ये भी पढ़ें : नितिन गडकरी ने चीनी बनाने वाली कंपनियों को इथेनॉल फिलिंग स्टेशन लगाने के लिए कहा
180 किमी के इस स्ट्रैच में 285 कैमरा लगे होंगे जिनका इस्तेमाल दुर्घटना संभावित क्षेत्रों, जंक्शन, बड़ी मेडिअन ओपनिंग, स्ट्रक्चर, शहरी इलाकों और बड़े ग्रामीण इलाकों की निगरानी रखेंगे. इसके बाद वीडियो इंसिडेंट डिटैक्शन सिस्टम 60 जगहों पर लगाया जाएगा जिसके अंतर्गत असामान्य स्थितियों, दुर्घटनाओं, रुके हुए वाहनों, विपरीत दिशा में ड्राइविंग, खराब विज़िबलिटी और वाहन की जानकारी मिलेगी. यह सिस्टम ब्लैक स्पॉट, दुर्घटना संभावित क्षेत्रों और बाकी महत्वपूर्ण क्षेत्रों में लगाया जाएगा जिनका चुनाव इंफोर्समेंट एजेंसियों द्वार किया जाएगा.
सोर्सः Times Of India