द्वारका एक्सप्रेसवे भारत का पहला एलिवेटेड एक्सप्रेसवे अगले साल खुलेगा
हाइलाइट्स
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि द्वारका एक्सप्रेसवे, भारत का पहला एलिवेटेड 8-लेन एक्सेस कंट्रोल शहरी एक्सप्रेसवे है, जिसका निर्माण ₹9,000 करोड़ की अनुमानित लागत से किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि एक्सप्रेसवे को चार पैकेज में पूरा किया जाएगा. नितिन गडकरी गुरुवार को दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना, केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह, केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह, सांसद प्रवेश सिंह वर्मा और सांसद रमेश बिधूड़ी के साथ एक्सप्रेस-वे का निरीक्षण कर रहे थे.
इससे पहले गडकरी ने कहा था कि द्वारका एक्सप्रेसवे अगले 3-4 महीनों में बनकर तैयार हो जाएगा और इसकी लागत करीब ₹10,000 करोड़ होगी. सड़क परिवहन मंत्री ने कहा कि द्वारका एक्सप्रेसवे में पूरी तरह से स्वचालित टोलिंग प्रणाली होगी और पूरी परियोजना एक बुद्धिमान परिवहन प्रणाली (आईटीएस) से लैस होगी. गडकरी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि एक्सप्रेसवे के दोनों ओर 3 लेन सर्विस रोड का निर्माण किया जा रहा है. द्वारका एक्सप्रेसवे NH-8 पर शिव मूर्ति के पास से शुरू होता है और NH-8 पर खेरकी दौला टोल प्लाजा के पास समाप्त होता है.
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भारत का पहला एलिवेटे एक्सप्रेसवे द्वारका एक्सप्रेसवे
द्वारका एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 29 किमी है, जिसमें से 18.9 किमी लंबाई हरियाणा में आती है, जबकि शेष 10.1 किमी दिल्ली में है. यह द्वारका एक्सप्रेसवे के माध्यम से द्वारका की ओर से इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को कनेक्टिविटी प्रदान करेगा. इसके अलावा प्रस्तावित द्वारका एक्सप्रेसवे द्वारका के सेक्टर 25 में आगामी इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर तक सीधी पहुंच प्रदान करेगा. खेरकी धौला टोल प्लाजा को हटाने पर गडकरी ने कहा कि जीपीएस तकनीक का उपयोग कर प्रस्तावित टोल संग्रह प्रणाली से भीड़भाड़ खत्म होगी और यात्रियों को केवल यात्रा किए गए किमी तक का भुगतान सुनिश्चित होगा.
द्वारका एक्सप्रेसवे का निरीक्षण करने पहुंचे नितिन गडकरी
नितिन गडकरी ने अपने ट्वीट में बताया है कि द्वारका एक्सप्रेसवे का निर्माण अप्रैल 2024 में लगभग पूरा हो जाएगा. वहीं एनएचएआई के सूत्रों का कहना है कि एक्सप्रेसवे के हरियाणा के हिस्से का काम लगभग पूरा हो चुका है. हरियाणा हिस्से के जुलाई में यातायात के लिए खुल जाने की उम्मीद है जबकि 2024 से पहले ही दिल्ली का हिस्सा भी आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा.इस एक्सप्रेसवे का रोड नेटवर्क चार स्तर का है. टनल, अंडरपास, ग्रेड रोड, एलिवेटेड रोड और फ्लाईओवर के उपर फ्लाईओवर बनाए जा रहे हैं. इससे हरियाणा और पश्चिम दिल्ली के लोगों की इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक पहुंच आसान हो जाएगी.
Last Updated on May 19, 2023