सरकार ने इलेक्ट्रिक स्कूटरों में लगी आग की जांच के आदेश दिए
हाइलाइट्स
भारत सरकार ने ओला इलेक्ट्रिक और ओकिनावा सहित इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों में आग लगने की बढ़ती घटनाओं की जांच के आदेश दिए हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार ने एक स्वतंत्र विशेषज्ञ से इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की घटनाओं के वास्तविक कारणों और परिस्थितियों की जांच करने को कहा है. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, हाल ही में ओला इलेक्ट्रिक और ओकिनावा इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगने की घटनाओं की जांच की जाएगी.
ओला के मुताबिक कंपनी आग का मूल कारण को समझने के लिए जांच कर रही है.
26 मार्च, 2022 को पुणे में एक ओला एस1 प्रो इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लग गई थी, जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. ओला इलेक्ट्रिक ने एक बयान के साथ घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कंपनी "घटना से अवगत है" और अपनी जांच शुरू करेगी. "हम पुणे में हुई घटना से अवगत हैं जो हमारे एक स्कूटर के साथ हुई थी और मूल कारण को समझने के लिए जांच कर रहे हैं और अगले कुछ दिनों में और अपडेट साझा करेंगे. हम उस ग्राहक के साथ लगातार संपर्क में हैं जो बिल्कुल सुरक्षित है."
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उसी दिन, ओकिनावा इलेक्ट्रिक के एक अन्य इलेक्ट्रिक स्कूटर में वेल्लोर में आग लग गई, जिससे एक व्यक्ति और उसकी 13 वर्षीय बेटी की मौत हो गई. स्थानीय पुलिस के हवाले से शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, ग्राहक ने इलेक्ट्रिक स्कूटर के चार्जर को एक पुराने सॉकेट में प्लग कर दिया, जो ई-बाइक को चार्ज करने के लिए कम वोल्टेज क्षमता का हो सकता था और शॉर्ट सर्किट का कारण बना. दरअसल, पिछले छह महीनों में ओकिनावा से एक इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की यह दूसरी घटना थी.