हिन्दुस्तान पेट्रोलियम और शेवरॉन ने भारत में कैल्टेक्स लुब्रिकेंट्स लॉन्च करने के लिए साझेदारी की
हाइलाइट्स
हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) और शेवरॉन ने भारत में कैल्टेक्स लुब्रिकेंट्स ब्रांड लॉन्च करने के लिए हाथ मिलाया है. इस सहयोग में भारत में कैल्टेक्स ब्रांड के तहत हैवोलिन और डेलो सहित शेवरॉन के प्रीमियम लुब्रिकेंट के लाइसेंसिंग, निर्माण, डिलेवरी और मार्केटिंग शामिल है. शेवरॉन अमेरिका स्थित दूसरी सबसे बड़ी तेल और गैस कंपनी है, जिसकी उपस्थिति 150 से अधिक देशों में है.
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सिलवासा में एचपीसीएल का 17.5 एकड़ में फैला प्लांट, कैल्टेक्स लुब्रिकेंट्स को तैयार करेगा. यह सुविधा आईएसओ प्रमाणन रखती है और प्रति वर्ष 75 हजार किलोलीटर (टीकेएलपीए) चिकनाई वाले तेल को तैयार कर सकती है.
हैवोलिन रेंज का उद्देश्य यात्री वाहनों को ध्यान में रखकर एचपीसीएल को लक्जरी सेगमेंट में खरीदारों तक प्रोडक्ट पहुंचाने की उम्मीद है
साझेदारी पर बात करते हुए शेवरॉन इंटरनेशनल प्रोडक्ट्स के उपाध्यक्ष डेनिएल लिंकन ने कहा, "यह (भारत) एक बहुत ही कठिन बाजार है, जिसमें अकेले प्रवेश करना बहुत मुश्किल है, लेकिन हमने इस पर गौर किया और कहा कि क्या हम एक मजबूत साझेदार के साथ आ सकते हैं?" हमारे लिए बाज़ार में उतरने और अपने प्रोडक्ट्स के जरिये कुछ लाभ हासिल करने का यह एक तरीका है. यही एक कारण है कि हम एक मजबूत साझेदारी की तलाश में थे और एचपीसीएल हमें एक पार्टनर के रूप में लेने को तैयार था."
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“हमें अपनी बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने की जरूरत है और जबकि हम पहले से ही अग्रणी हैं, हम उस तरह की संख्या से संतुष्ट नहीं हैं जो हमारे पास है और हम इसे अगले कुछ वर्षों में कई गुना बढ़ाना चाहते हैं, और ऐसा करने के लिए कैल्टेक्स से बेहतर पार्टनर कौन हो सकता है. क्योंकि प्रीमियम ग्रेड, जो तकनीक वे अपने प्रोडक्ट्स के साथ लाते हैं, वह कुछ ऐसी चीज है जिसे भारतीय ग्राहक अब देख रहे हैं, ”अमित गर्ग, निदेशक - मार्केटिंग, एचपीसीएल ने कहा.
डेलो का लक्ष्य कमर्शियल वाहन हैं
दोनों कंपनियां वाहनों में कैल्टेक्स प्रो़डक्ट्स के उपयोग के लिए ओईएम के साथ साझेदारी स्थापित करने पर भी विचार कर सकती हैं. विषय पर बोलते हुए लिंकन ने कहा, "बात यह है कि शेवरॉन के पास पहले से ही वैश्विक ओईएम के साथ बहुत सारे प्रमाणपत्र हैं, इसलिए यह हमारे लिए एचपीसीएल का लाभ उठाने का एक अवसर है." वह वैश्विक मंच पर कई निर्माताओं के साथ शेवरॉन के प्रमाणपत्रों पर बात कर रही थी जिन्हें भारत में दोहराया जा सकता है.
दोनों कंपनियों ने भारत में निर्माण लॉन्च के समय हैवोलिन और डेलो रेंज को दिखाया. पहले का लक्ष्य यात्री वाहन हैं जबकि डेलो का लक्ष्य बड़े कमर्शियल वाहन हैं.