मारुति सुजुकी ने भारत में 2.50 करोड़ वाहनों को बनाने का बड़ा आंकड़ा पार किया
हाइलाइट्स
मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने प्रोडक्शन में 2.50 करोड़ वाहनों के निर्माण का मील का पत्थर हासिल कर लिया है. इस मुकाम पर पहुंचने वाली मारुति सुजुकी एकमात्र भारतीय कंपनी बनी है. कंपनी ने 1983 में अपना परिचालन शुरू किया और भारत को उसकी पहली कार मारुति 800 के रूप में दी थी. आज कंपनी के हरियाणा राज्य के गुरुग्राम और मानेसर में दो प्रोडक्शन अत्यधुनित सुविधा से भरे प्रोडक्शन प्लांट हैं. दोनों प्लांट्स की कुल मिलाकर प्रति वर्ष 15 लाख कारों का निर्माण करने की क्षमता है.
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कंपनी के प्रोडक्शन प्लांट बहु-स्तरीय सप्लायर्स और डीलरों के अपने विशाल इकोसिस्टम के साथ,अर्थव्यवस्था, समाज और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं. भारत सरकार के साथ गठबंधन मेक-इन-इंडिया की दृष्टि से कंपनी ने पिछले कुछ वर्षों में अपने निर्यात को मजबूत किया है. आज जबकि मारुति सुजुकी भारत में अपने ग्राहकों के लिए 16 यात्री वाहन मॉडल का विकल्प प्रदान करती है, यह अपने वाहनों को दुनिया भर में लगभग 100 बाजारों में निर्यात करती है.
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मारुति सुजुकी के एमडी और सीईओ हिसाशी टेकुची ने कहा, “2022 भारत के लोगों के साथ सुजुकी की साझेदारी के 40 साल पूरे कर रहा है. इस वर्ष 2.5 करोड़ संचयी उत्पादन मील का पत्थर पार करना सुजुकी की निरंतर प्रतिबद्धता और भारत के लोगों के साथ साझेदारी का प्रमाण है. मैं इस अवसर पर मारुति सुजुकी के सभी कर्मचारियों, हमारे विक्रेता भागीदारों और डीलर भागीदारों के प्रति आभार व्यक्त करता हूं. यह उनकी प्रतिबद्धता और समर्थन के साथ है कि मारुति सुजुकी लाखों लोगों के कार खरीदने के सपने को पूरा करने में सक्षम है. आगे बढ़ते हुए, हम सभी के लिए 'जॉय ऑफ मोबिलिटी' देने के अपने लक्ष्य की दिशा में काम करना जारी रखेंगे. इसके लिए हम बाजार में नए रोमांचक, फीचर समृद्ध और पर्यावरण के अनुकूल उत्पाद पेश करेंगे. यात्री वाहनों की बढ़ती मांग को देखते हुए हमने खरखोदा, हरियाणा में एक नए प्लांट को स्थापित करने के लिए काम शुरू कर दिया है.