नेशनल हाईवे के टोल नाकों पर देना होगा अब और भी ज़्यादा पैसा, जानें कितनी बढ़ी कीमतें
नेशनल हाईवे पर चलने वालों के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने पूरे टोल के दाम को 5-7 प्रतिशत तक बढ़ाने की घोषणा की है. टैप कर पढ़ें पूरी खबर...
हाइलाइट्स
- भारत में नेशनल हाईवे अथॉरिटी के कुल 372 टोल प्लाज़ा हैं
- एनएचएआई ने टोल दरों में 5-7 प्रतिशत तक का इज़ाफा किया है
- नेशनल हाईवे से माल के आवागमन की कीमतें भी बढ़ने वाली हैं
यह ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में बढ़ रही महंगाई का दौर है. पहले लगभग सभी ऑटोमोबाइल उत्पादक कंपनियां अपने वाहनों की कीमतों में इज़ाफा कर चुकी हैं, और अब नेशनल हाईवे पर चलने वालों के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने पूरे भारत में टोल के दाम को 5-7 प्रतिशत तक बढ़ाने की घोषणा की है. भारत में एनएचएआई के 372 टोल प्लाज़ा हैं और इन सभी से गुज़रने वालों को अब और भी ज़्यादा टोल चार्ज भुगतना होगा. एनएचएआई का कहना है कि हर साल नए वित्तीय वर्ष वर्ष में कीमतों का बदलाव होता है. सभी टोल नाकों की कीमतों में इज़ाफा होलसेल प्राइस इंडैक्स के इस्तेमाल से किया गया है और एक ही राज्य में दो अलग-अलग टोल पर समान रकम देनी होगी.
ये भी पढ़ें : पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हुई रिकॉर्ड बढ़ोतरी, अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में दाम बढ़ना वजह
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सभी टोल नाकों पर 31 मार्च 2018 से ही बढ़ी हुई टोल दर लागू कर दी गई है. एनएचएआई ने टोल दरों के मंथली पास की कीमत में भी बढ़ोतरी की है, यह पास महीने में 50 से ज़्यादा बार टोल गेट से गुज़रने वाले यात्रियों को दिया जाता है. इसका दूसरा पहलू देखें तो अब रोड और ट्रासपोर्ट से संबंधित सभी चीजों की कीमतों में इज़ाफा होना तय है. इसका सीधा असर एसेंशियल कमोडिटी पर भी पड़ने वाला है.
ये भी पढ़ें : रॉन्ग साइड चलाते हैं कार तो अगली ऐसा करने से पहले सोचें लें, टायारों की हो सकती है दुर्गति
यहां तक कि टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार कई सारी ट्रांसपोर्ट यूनियन ने भी यह पुष्टि की है कि नेशनल हाईवे से माल का ट्रांसपोर्ट महंगा होने वाला है और यह टोल दरों में हुई बढ़ोतरी के बाद तय होगा. इसमें सबसे बड़ी समस्या यह है कि कुछ जगहों पर टोल पूरा वसूला जाता है लेकिन इसके बदले में सड़कों की हालत उतनी बेहतर नहीं होती जिस हिसाब से पैसा वसूला जाता है. यही वजह है कि देशभर की ट्रांसपोर्ट यूनियन टोल दरों में बढ़ोतरी का विरोध कर रही हैं. हम आपको इसपर आगे कोई भी जानकारी मिलने पर अवगत कराएंगे.
सोर्स : टाइम्स ऑफ इंडिया
ये भी पढ़ें : पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हुई रिकॉर्ड बढ़ोतरी, अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में दाम बढ़ना वजह
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सभी टोल नाकों पर 31 मार्च 2018 से ही बढ़ी हुई टोल दर लागू कर दी गई है. एनएचएआई ने टोल दरों के मंथली पास की कीमत में भी बढ़ोतरी की है, यह पास महीने में 50 से ज़्यादा बार टोल गेट से गुज़रने वाले यात्रियों को दिया जाता है. इसका दूसरा पहलू देखें तो अब रोड और ट्रासपोर्ट से संबंधित सभी चीजों की कीमतों में इज़ाफा होना तय है. इसका सीधा असर एसेंशियल कमोडिटी पर भी पड़ने वाला है.
ये भी पढ़ें : रॉन्ग साइड चलाते हैं कार तो अगली ऐसा करने से पहले सोचें लें, टायारों की हो सकती है दुर्गति
यहां तक कि टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार कई सारी ट्रांसपोर्ट यूनियन ने भी यह पुष्टि की है कि नेशनल हाईवे से माल का ट्रांसपोर्ट महंगा होने वाला है और यह टोल दरों में हुई बढ़ोतरी के बाद तय होगा. इसमें सबसे बड़ी समस्या यह है कि कुछ जगहों पर टोल पूरा वसूला जाता है लेकिन इसके बदले में सड़कों की हालत उतनी बेहतर नहीं होती जिस हिसाब से पैसा वसूला जाता है. यही वजह है कि देशभर की ट्रांसपोर्ट यूनियन टोल दरों में बढ़ोतरी का विरोध कर रही हैं. हम आपको इसपर आगे कोई भी जानकारी मिलने पर अवगत कराएंगे.
सोर्स : टाइम्स ऑफ इंडिया
Stay updated with automotive news and reviews right at your fingertips through carandbike.com's WhatsApp Channel.