सोलहवें दिन लगातार बढ़ी पेट्रोल-डीजल की कीमतें, मुंबई में पेट्रोल 86.36 रुपए/लीटर
हाइलाइट्स
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं, सोमवार को लगातार सोलहवें दिन पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इज़ाफा किया गया है. पेट्रोल की कीमत में जहां 33 पैसा प्रति लीटर बढ़ोतरी हुई है, वहीं डीजल के दाम 59 पैसा/लीटर बढ़ाए गए हैं. बीते 16 दिनों में पेट्रोल की कीमत 9.21 रुपए/लीटर बढ़ी है और प्रति लीटर डीजल की कीमत में 8.55 रुपए का इज़ाफा किया गया है. बता दें कि दिल्ली में अब एक लीटर पेट्रोल की कीमत 79.56 रुपए हो गई है, वहीं एक लीटर डीजल की कीमत 78.85 रुपए हो गई है. इंधन की कीमतों में इज़ाफे का ऐलान स्टेट ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने नोटिफिकेशन के ज़रिए किया है. ये भी बता दें कि अलग-अलग राज्यों में टैक्स की व्यवस्था के हिसाब से इंधन की कीमतों में बदलाव होते हैं.
मुंबई के बारे में बात करें तो पेट्रोल की कीमत 86.36 रुपए/लीटर हो गई है, वहीं डीजल के मामले में ये कीमत 77.24 रुपए/लीटर है. इस दोनों इंधनों की कोलकाता में क्रमशः कीमत 81.27 रुपए/लीटर और 77.14 रुपए/लीटर तय की गई है. पेट्रोल और डीजल की कीमतों में ये इज़ाफा लगातार 16 दिनों से किया जा रहा है, इससे पहले लॉकडाउन के दौरान 82 दिनों तक इंधन की इन कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया था. ऑयल कंपनियों ने 7 जून 2020 से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में इज़ाफा करना शुरू किया है और इंधन की ये कीमतें पिछले 2 साल में अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गई हैं.
आपको ये जानकारी भी दे दें कि इंधन की इन कीमतों का दो तिहाई हिस्सा सिर्फ टैक्स के रूप में लिया जाता है. पेट्रोल की कीमत पर 64प्रतिशत या 50.69 रुपए टैक्स के रूप में लिया जा रहा है जिसमें 32.98 रुपए केंद्र द्वारा लगाई एक्साइज़ ड्यूटी है, वहीं स्थानीय बिक्री में वैट के 17.71 रुपए शामिल हैं. डीजल के मामले में प्रति लीटर 63प्रतिशत टैक्स के रूप में वसूला जाता है जिसमें कुल टैक्स 49.43 रुपए में से 31.83 रुपए केंद्र का एक्साइज़ है, वहीं वैट के लिए 17.60 रुपए निर्धारित किए गए हैं.
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सरकार ने मार्च 2020 में एक्साइज़ ड्यूटी को 3 रुपए/लीटर बढ़ाया था और मई 2020 में भारत सरकार ने एक्साइज़ शुल्क में पेट्रोल पर 10 रुपए/लीटर और डीजल पर 13 रुपए/लीटर की रिकॉर्ड बढ़ोतरी की है. बढ़ी हुई इस एक्साइज़ ड्यूटी से भारत सरकार को 2 लाख करोड़ रुपए का अलग से टैक्स रेवेन्यू हासिल होगा. राज्य सरकारों द्वारा चलाई जाने वाली आयल कंपनियां जिनमें इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम शामिल हैं, ने रिटेल दाम में आई गिरावट के बावजूद इंधन की कीमतों को व्यवस्थित किया है जिसमें सरकार द्वारा बढ़ाई एक्साइज़ ड्यूटी को ग्राहकों के ज़िम्मे नहीं छोड़ा है.