दिल्ली में 13 साल बाद PUC की कीमतों में हुआ इजाफा
हाइलाइट्स
- दो, तीन और चार पहिया वाहनों के लिए प्रदूषण जांच दरों में बदलाव किया गया है
- पेट्रोल, सीएनजी या एलपीजी चार पहिया वाहनों की नई दरें ₹110 निर्धारित की गई हैं
- राष्ट्रीय राजधानी में 13 साल बाद पीयूसी दरों में बदलाव हुआ
दिल्ली सरकार ने तत्काल प्रभाव से दो, तीन और चार पहिया वाहनों के लिए प्रदूषण जांच कीमतों में बदलाव किया है. पेट्रोल, सीएनजी या एलपीजी दोपहिया और तिपहिया वाहनों के लिए बदली हुई दरें ₹80 निर्धारित की गई हैं. इस बीच, पेट्रोल, सीएनजी या एलपीजी चार पहिया वाहनों की नई दरें ₹110 निर्धारित की गई हैं. डीजल वाहन मालिकों को ₹140 निर्धारित दर से अधिक भुगतान करना होगा. राष्ट्रीय राजधानी में 13 साल बाद पीयूसी की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है.
यह भी पढ़ें: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर 22 जुलाई से प्रभावित रहेगा यातायात, जानें कौन से मार्ग रहेंगे बधित
पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि प्रदूषण जांच सेवाओं की बढ़ती लागत को ध्यान में रखते हुए पीयूसी की कीमतों को बदलने का निर्णय लिया गया है.
गहलोत ने कहा, "दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन की लंबे समय से मांगों के जवाब में और प्रदूषण जांच सर्विस की बढ़ती लागत को ध्यान में रखते हुए, हमने कीमतों में बदलाव करने का फैसला किया है. हम दिल्ली की AQI (एयर क्वालिटी इंडेक्स) बनाए रखने और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, कि सभी वाहन आवश्यक प्रदूषण मानकों को पूरा करते हैं."
दोपहिया और तिपहिया वाहनों के लिए पेट्रोल, सीएनजी या एलपीजी का प्रदूषण जांच शुल्क ₹60 से बढ़कर ₹80 हो गया है. वहीं, चार पहिया वाहनों की कीमत ₹30 बढ़कर ₹80 से ₹110 हो गई है. डीजल वाहनों के लिए पीयूसी प्रमाणपत्रों में अधिकतम ₹100 से ₹140 तक की बढ़ोतरी की गई है.
वाहन चालकों के लिए पीयूसी प्रमाणपत्र अनिवार्य है और दिल्ली में एक्सपायर्ड पीयूसी सर्टिफिकेट पर जुर्माना ₹10,000 रखा गया है. एक बिल्कुल नए वाहन की पीयूसी वैधता एक वर्ष की होगी, जिसके बाद कार और दोपहिया उपयोगकर्ताओं को हर छह महीने में अपने पीयूसी प्रमाणपत्र को रिन्यू करना होगा.