2019 में भारत में सड़क दुर्घटनाओं में 1.5 लाख लोगों ने जान गंवाई, दुनिया में सबसे ज़्यादा
हाइलाइट्स
दुनियाभर में सड़क दुर्घटनाओं में हुई मौतों की आंकड़ों की बात करें तो भारत का इसमें पहला स्थान है. सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, 2019 में दुनिया भर में पर सड़कों पर होने वाली कुल 13.5 लाख मौत में से 11 प्रतिशत भारत में हुई. कुल मिलाकर, पिछले साल भारतीय सड़कों पर 1,51,113 लोगों की जान गई. दूसरे स्थान पर चीन है जहां 63,093 लोगों की जान इसी तरह से चली गई, जबकि अमेरिका में 2019 में सड़क दुर्घटनाओं में 37,461 लोगों की मौत हुई, जिससे वह तीसरे स्थान पर रहा. हालाँकि, जब सड़क दुर्घटना में प्रति लाख लोगों की मौत की बात आती है, तो भारत ईरान, रूस और चीन के पीछे चौथे स्थान पर है.
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तेज़ रफ्तार एक बड़ी जानलेवा बन रही है, जिसकी वजह से 67 प्रतिशत लोगों की मौत हुई
साल 2018 में, भारतीय सड़कों पर कुल 4,67,044 दुर्घटनाओं में 1,51,417 मौत हुईं, जिसका अर्थ है कि 2019 में संख्या में 0.20% की मामूली गिरावट देखी गई है. 1,463 मौतों के साथ, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली ने जयपुर, चेन्नई, बेंगलुरु और कानपुर से पहले अपनी पहली रैंक बरकरार रखी है. राज्यों की बात करें तो, उत्तर प्रदेश ने 2019 में 22,655 लोगों को सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जानें गंवाईं, जिससे इसे पूरे देश की 15 प्रतिशत हिस्सेदारी मिली. दूसरा और तीसरा स्थान महाराष्ट्र और तमिलनाडु के मिला.
यातायात नियम के उल्लंघन की बात करें तो, 2019 में भी तेज रफ्तार एक बड़ी जानलेवा बन रही है, जिसकी वजह से 67 प्रतिशत लोगों की मौते हुई, जिसके बाद सड़क के गलत साइड पर वाहन चलाने से दुर्घटना का शिकार होने वाली मौतों का 6 प्रतिशत हिस्सा है. राष्ट्रीय राजमार्गों में कुल 35.7 प्रतिशत मौतें देखी गई और राज्य राजमार्गों यह आंकडा़ 24.8 प्रतिशत रहा.