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भारत में इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन सेग्मेंट में प्रवेश के लिए तैयार है स्टेला मोटो

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Stella Moto Enters Electric Two-Wheeler Space In India
नई इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनी स्टेला मोटो ने भारतीय बाजार में प्रवेश की घोषणा की है. भारत में इसे जैदका समूह का सहयोग मिला है.
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द्वारा ऋषभ परमार

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प्रकाशित नवंबर 1, 2022

हाइलाइट्स

    नई इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनी स्टेला मोटो ने भारतीय दोपहिया बाज़ार में एंट्री की घोषणा की है. इसे भारत में जैदका समूह का साथ मिला है, जो भारत में ईवी क्षेत्र में पिछले छह वर्षों से अधिक समय से है. यह पैसेंजर और कार्गो कैरियर सेगमेंट में इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर्स बनाती है. स्टेला मोटो का लक्ष्य नए और उच्च श्रेणी के इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों प्रतिस्पर्धी कीमतों पर पेश करना है. यह अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर और मोटरसाइकिलों का निर्माण तमिलनाडु के होसुर में अपने प्रोडक्शन प्लांट में करेगी. कंपनी इसी महीने अपना पहला इलेक्ट्रिक स्कूटर बज़ लॉन्च करेगी.

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    इस घोषणा पर बोलते हुए, जैदका समूह के निदेशक गोपाल के जैदका ने कहा, "ऑटोमोबाइल क्षेत्र में हमारी हमेशा से गहरी दिलचस्पी रही है और हम इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर सेग्मेंट में प्रवेश करने के लिए उत्साहित हैं. हमने पिछले कुछ वर्षों में एक मजबूत आर एंड डी विकसित किया है और उद्देश्यपूर्ण, अत्यंत सुरक्षित और सेग्मेंट-अग्रणी इलेक्ट्रिक वाहन बनाने के लिए तकनीक हमारे पास है. अब हम देश और उसके बाहर सबसे अच्छी रेंज, गुणवत्ता फीचर्स और डिजाइन के साथ इलेक्ट्रिक वाहन पेश करने के लिए तैयार हैं. हम पिछले कुछ वर्षों से ईवी स्पेस को विकसित होते हुए देख रहे हैं और हमने इसमें कुछ कमियों की पहचान की है, जिन्हें हम अपने नई पेशकश के साथ भरना चाहते हैं और हमें विश्वास है कि अंतिम उपयोगकर्ताओं द्वारा इसकी सराहना की जाएगी."

    यह भी पढ़ें: ओकिनावा ने इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन बनाने के लिए इटली की कंपनी Tacita के साथ मिलाया हाथ

    स्टेला प्रमुख शहरों में अपने रिटेल आउटलेट खोलने का इरादा रखती भी है और आने वाले वर्ष में 200 डीलरशिप खोलने के लक्ष्य के साथ पहले ही 55 अधिकृत डीलरों को नियुक्त कर चुकी है. कंपनी की योजना वित्तीय वर्ष 2023 को 10,000 से अधिक ईवी की बिक्री के साथ खत्म करने की है.

    कंपनी के हावड़ा, पश्चिम बंगाल और होसुर, तमिलनाडु में दो प्रोडक्शन प्लांट हैं, जिनकी प्रति वर्ष 20,000 वाहनों के निर्माण की क्षमता है. कंपनी का लक्ष्य अपने प्लांट सेट-अप को 100,000 वाहनों तक विस्तारित करना है. कंपनी की योजना 2024 तक 100 प्रतिशत स्थानीयकरण हासिल करने की है.

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