सुजुकी बनाने वाली है उड़ने वाली कार, भारत में हो सकती है पेश
हाइलाइट्स
जापानी वाहन निर्माता सुजुकी मोटर कॉर्प और 'फ्लाइंग कार'फर्म स्काईड्राइव इंक ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने इलेक्ट्रिक,वर्टिकल टेकऑफ़ और लैंडिंग एयरक्राफ्ट के अनुसंधान, विकास और मार्केटिंग की टीम बनाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. एक संयुक्त बयान में, दोनों कंपनियों ने कहा कि वे भारत पर प्रारंभिक ध्यान देने के साथ नए बाजार खोलने के लिए भी काम करेंगे, जहां सुजुकी की ऑटो बाजार में लगभग आधे की हिस्सेदारी है. सुजुकी ने रविवार को घोषणा की कि वह इलेक्ट्रिक वाहनों और बैटरी के उत्पादन के लिए अपने भारतीय कारखाने में 104.4 अरब रुपये (1.37 अरब डॉलर) का निवेश करने की योजना बना रही है. कंपनियों ने अपनी साझेदारी में निवेश के विवरण का खुलासा नहीं किया न ही किसी उत्पादन समय सारिणी या लक्ष्य की रूपरेखा जानकारी दी है.
2018 में स्थापित टोक्यो-मुख्यालय स्काईड्राइव अपने मुख्य शेयरधारकों के बीच ट्रेडिंग हाउस इटोचु कॉर्प, टेक फर्म एनईसी कॉर्प और ऊर्जा कंपनी एनोस होल्डिंग्स इंक की एक इकाई जैसे जापान के बड़े व्यवसायों की गणना करता है.उसकी वेबसाइट के अनुसार, 2020 में इसने सीरीज बी से कुल 5.1 बिलियन येन (42 मिलियन डॉलर) के फंड्स जुटाए. स्काईड्राइव वर्तमान में एक पूरे पैमाने पर एक कॉम्पैक्ट, दो-सीटिंग इलेक्ट्रिक-पावर्ड फ्लाइंग कार के विकास में लगी हुई है. हालाकिं, बयान में यह नहीं बताया गया है कि सुजुकी इस विशिष्ट वाहन पर काम करेगी या नहीं.
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कंपनी,जो कार्गो ड्रोन भी विकसित कर रही है, उसका लक्ष्य 2025 में जब जापानी शहर ओसाका वर्ल्ड एक्सपो की मेजबानी करेगा तो 'फ्लाइंग कार'सेवा शुरू करना है. बयान में कहा गया है कि सुजुकी के लिए साझेदारी ऑटोमोबाइल मोटरसाइकिल और आउटबोर्ड मोटर्स के अलावा चौथे मोबिलिटी व्यवसाय के रूप में 'फ्लाइंग कारों' को जोड़ेगी.
Last Updated on March 23, 2022