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मारुति सुजुकी एस-प्रेसो के अफ्रीकी मॉडल को बताया गया ज़्यादा सुरक्षित

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Suzuki S-Presso Sold In South Africa Claimed To Be Safer Than India-Spec Car
जब से नतीजे सामने आए हैं, दक्षिण अफ्रीका में कई कार खरीदारों ने सोशल मीडिया पर एस-प्रेसो खरीदने के बारे में चिंता व्यक्त की.
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द्वारा कारएंडबाइक-टीम

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प्रकाशित दिसंबर 4, 2020

हाइलाइट्स

    मारुति सुजुकी एस-प्रेसो के ग्लोबल एनकैप क्रैश टेस्ट ने कार के सुरक्षा मानकों पर बहुत सारे सवाल और चिंताएं पैदा की हैं, इस कार को सुरक्षा में शून्य-स्टार रेटिंग मिली है. यह कार सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि दक्षिण अफ्रीका में भी निर्यात होती है. जब से नतीजे सामने आए तो दक्षिण अफ्रीका में कई कार खरीदारों ने सोशल मीडिया पर एस-प्रेसो खरीदने के बारे में चिंता व्यक्त की है. जिस पर, आश्चर्यजनक रूप से, सुजुकी दक्षिण अफ्रीका के आधिकारिक हैंडल ने टिप्पणी करते हुए कहा है कि वहां बिकने वाली एस-प्रेसो का मॉडल भारत में बिकने वाले मॉडलों के मुकाबले ज़्यादा सुरक्षित हैं. अब हम इस पर एक बयान के लिए मारुति सुजुकी इंडिया तक पहुंचे, हालांकि, अब तक, कोई जवाब नही मिला है.

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    सुज़ुकी एसए ने कहा दक्षिण अफ्रीका में एस-प्रेसो में दो एयरबैग मानक हैं, लेकिन भारत के मॉडल में ऐसा नहीं है

    दक्षिण अफ्रीका में बिकने वाले मॉडलों को भारत से ही निर्यात किया जाता है. बता दें कि दक्षिण अफ्रीका में बिकने वाले एस-प्रेसो के बेस मॉडल में दो एयरबैग, प्री-टेंशनर के साथ फ्रंट सीट बेल्ट, लोड लिमिटर स्टैंडर्ड तौर पर दिए जाते हैं. वहीं, भारतीय मॉडलों में इन फीचर्स को बेस मॉडल में स्टैंडर्ड फिटमेंट के तौर पर उपलब्ध नहीं किया गया है.  एक नियम के रूप में, ग्लोबल एनकैप केवल कारों के बेस ट्रिम का परीक्षण करती है जिसमे सभी सुरक्षा फीचर्स दिए जाते हैं.

    ये भी पढ़े : सुरक्षा को लेकर टाटा मोटर्स के निशाने पर अब आई मारुति सुज़ुकी वैगनआर

    दक्षिण अफ्रीकी प्रकाशन से बात करते हुए, द सिटिजन, ब्रेंडन कारपेंटर, सुजुकी ऑटो साउथ अफ्रीका के राष्ट्रीय ब्रांड प्रबंधक ने कहा, "क्रैश टेस्ट में जिस मॉडल का इस्तेमाल किया गया था, वह एक भारतीय मॉडल है जो विशेष रूप से भारतीय बाजार के लिए बनाया गया है. इस मॉडल में केवल ड्राइवर की तरफ एक एयरबैग की सुविधा है और इसमें फ्रंट सीट-बेल्ट भी नहीं हैं जो लोड लिमिटर और पूर्व-टेंशनर की सुविधा देते हैं. " उन्होंने यह भी कहा, "अतिरिक्त एयरबैग और सीट-बेल्ट पूर्व-टेंशनर स्थानीय मॉडल को अधिक सुरक्षित वाहन बनाते हैं. एस-प्रेसो अच्छा मूल्य प्रदान करती है, लेकिन सुरक्षा की कीमत पर नहीं." उन्होंने बताया कि अफ्रीकी मॉडल को क्रैश टेस्ट से नहीं गुजारा गया है, क्रैश टेस्ट के बाद ही कंपनी इसपर टिप्पणी करेगी.

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    ग्लोबल NCAP ने कार को बड़ों के लिए कोई स्टार नहीं दिया और चाइल्ड सेफ्टी के लिए 2 स्टार रेटिंग दी गई थी.

    जब नवंबर 2020 में परिणाम सामने आए थे तो, ग्लोबल एनसीएपी (NCAP) के महासचिव एलेजांद्रो फुरास ने कहा, "यह बहुत निराशाजनक है कि भारतीय बाजार की सबसे बड़ी हिस्सेदारी रखने वाली कंपनी मारुति सुजुकी भारतीय ग्राहकों के लिए इस तरह के कम सुरक्षा प्रदर्शन की पेशकश करती है. हालांकि महिंद्रा और टाटा जैसे घरेलू निर्माताओं ने उच्च स्तर का प्रदर्शन किया है. निश्चित रूप से यह मारुति सुजुकी के लिए यह समय है कि वह अपने ग्राहकों की सुरक्षा के लिए काम करे".

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    Last Updated on December 4, 2020


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