टेस्ला को भारत में चार मॉडलों के परीक्षण के लिए मिली मंजूरी
हाइलाइट्स
इलेक्ट्रिक कार निर्माता टेस्ला को सरकार की वाहन सेवा द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार चार मॉडलों और वेरिएंट के होमोलॉगेशन के लिए मंजूरी दे दी गई है. हाल ही में पुणे में दो मॉडल 3 इलेक्ट्रिक कारों का परीक्षण करते देखा गया है. और अब टेस्ला को जिसने इसी वर्ष अपनी भारत इकाई का गठन किया न केवल मॉडल 3 बल्कि मॉडल वाई, मॉडल एस और मॉडल एक्स के होमोलोगेशन के लिए मंज़ूरी मिल गई है. यह भी हो सकता है मॉडल एक्स और मॉडल एस के बजाय मॉडल वाई और मॉडल 3 के सिर्फ वेरिएंट भारतीय बाजार के लिए तैयार किए जा रहे हों.
होमोलोगेशन एक ऐसी प्रक्रिया है जो प्रमाणित करती है कि कार किसी विशेष बाजार के लिए सड़क योग्य है या नही. यही कारण है कि यह भारत में टेस्ला की यात्रा में एक महत्वपूर्ण कदम है. लेकिन, यह देश में किसी कार लॉन्च का संकेत नहीं देता है. टेस्ला भारत सरकार से आयात शुल्क कम करने की पैरवी कर रही है और यहां तक कि उसके सीईओ एलोन मस्क ने भी सरकार की नीतियों की आलोचना की है.
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फिल्हाल, अगर बीमा की लागत और माल ढुलाई मूल्य 40,000 डॉलर से अधिक है, तो कार पर आयात शुल्क 100 प्रतिशत लगता है, जो टेस्ला के सबसे किफायती मॉडल 3 सहित हर कार के मामले में होगा. यह आयात शुल्क 60 प्रतिशत तक चला जाता है यदि मूल्य 40,000 डॉलर से कम हो जाए. यहां तक कि ह्यून्दे इंडिया भी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए आयात शुल्क ढांचे में सुधार की पैरवी में टेस्ला के साथ शामिल हो गई.