देश में एंट्री को लेकर टैस्ला कर रही भारत सरकार से बात, इलैक्ट्रिक कारें हैं कंपनी का फोकस
भारत सरकार देश में 2030 तक डीजल और पेट्रोल कारों पर लगाम लगाकर इलैक्ट्रिक कारों को रोड पर दौड़ाना चाहती हैं. भारतीय और विदेशी कंपनियां अब अपना फोकस इलैक्ट्रिक व्हील्स की तरह कर रही हैं. इसी बीच इलैक्ट्रिक कार कंपनी टैस्ला ने भारत में एंट्री को लेकर अपना रुख साफ कर दिया है. जानें क्या बोले इऑन मस्क?
हाइलाइट्स
- टैस्ला भारत में सिंगल-ब्रांड खुदरा व्यापार करने का प्लान बना रही है
- भारत सरकार 2030 तक सभी कारों को इलैक्ट्रिक करना चाहती है
- टैस्ला के मालिक इऑन मस्क ने ट्वीट कर अपना रुख साफ कर दिया है
भारत सरकार ने इलैक्ट्रिक कारों को लेकर अपना रुख साफ कर दिया है और 2030 तक भारत में सभी कारों को इलैक्ट्रिक ऑप्शन के साथ लॉन्च करने की डेडलाइन भी घोषित कर दी है. ऐसे में जहां सभी ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर अपना फोकस इलैक्ट्रिक कारों पर कर रहे हैं, वहीं पहले से इलैक्ट्रिक कारों को प्राथमिकता दे चुकी कंपनी टैस्ला अब भारत में एंट्री करने का मन बना चुकी है. इसके लिए कंपनी ने भारत सरकार से बातचीत भी शुरू कर दी है. टैस्ला के मालिक इऑन मस्क ने ट्वीट कर यह साफ कर दिया है कि कंपनी अपनी इलैक्ट्रिक कारें भारत में लॉन्च करेगी. टैस्ला इन कारों को भारत में कब लॉन्च करेगी इसपर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है.
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टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक टैस्ला के फाउंडर इऑन मस्क ने भारत सरकार से कंपनी की एंट्री को लेकर बातचीत शुरू कर दी है. कंपनी सिंगल-ब्रांड रिटल में व्यापार करेगी. भारत में एंट्री को लेकर कई बार टैस्ला ने संकेत दिए, लेकिन हर बार तारीख बढ़ती गई. अब कंपनी ने देश में कारें लॉन्च करने को लेकर अपना मन पक्का कर लिया है. इऑन मस्क ने जून 2017 में ट्वीट करके हाई इंपोर्ट ड्यूटी और सोर्सिंग की मांग की थी जिसका भारत सरकार ने जवाब दिया था. गौरतलब है कि 2015 में भारत के प्रधानमंत्री ने टैस्ला के मुख्यालय का दौरा किया था. जब टैस्ला ने पिछले साल मॉडल 3 के लिए बुकिंग शुरू की थी, तब इस लिस्ट में भारत का नाम भी शामिल था.
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शायद ये टैस्ला के लिए भारत में एंट्री का सबसे अच्छा समय और मौका है. एसआईएएम सम्मेलन में नितिन गडकरी ने कहा था कि भारत में डीजल और पेट्रोल कारें बंद की जाएंगी. इस कथन का तात्पर्य इलैक्ट्रिक कारों को प्रोत्साहित करने से था. कुछ समय बाद ही गडकरी ने कहा कि भारत में डीजल और पेट्रोल का आयात जारी रहेगा. इस असमंजस की स्थिति में भी महिंद्र जैसी कंपनी भारत में टैस्ला का इंतज़ार कर रही हैं. महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने पहले ही कहा था कि भारत में इलैक्ट्रिक कारों के चलन पर टैस्ला की तरफ से किसी प्रतिक्रिया का इंतज़ार कर रहे हैं.
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टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक टैस्ला के फाउंडर इऑन मस्क ने भारत सरकार से कंपनी की एंट्री को लेकर बातचीत शुरू कर दी है. कंपनी सिंगल-ब्रांड रिटल में व्यापार करेगी. भारत में एंट्री को लेकर कई बार टैस्ला ने संकेत दिए, लेकिन हर बार तारीख बढ़ती गई. अब कंपनी ने देश में कारें लॉन्च करने को लेकर अपना मन पक्का कर लिया है. इऑन मस्क ने जून 2017 में ट्वीट करके हाई इंपोर्ट ड्यूटी और सोर्सिंग की मांग की थी जिसका भारत सरकार ने जवाब दिया था. गौरतलब है कि 2015 में भारत के प्रधानमंत्री ने टैस्ला के मुख्यालय का दौरा किया था. जब टैस्ला ने पिछले साल मॉडल 3 के लिए बुकिंग शुरू की थी, तब इस लिस्ट में भारत का नाम भी शामिल था.
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शायद ये टैस्ला के लिए भारत में एंट्री का सबसे अच्छा समय और मौका है. एसआईएएम सम्मेलन में नितिन गडकरी ने कहा था कि भारत में डीजल और पेट्रोल कारें बंद की जाएंगी. इस कथन का तात्पर्य इलैक्ट्रिक कारों को प्रोत्साहित करने से था. कुछ समय बाद ही गडकरी ने कहा कि भारत में डीजल और पेट्रोल का आयात जारी रहेगा. इस असमंजस की स्थिति में भी महिंद्र जैसी कंपनी भारत में टैस्ला का इंतज़ार कर रही हैं. महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने पहले ही कहा था कि भारत में इलैक्ट्रिक कारों के चलन पर टैस्ला की तरफ से किसी प्रतिक्रिया का इंतज़ार कर रहे हैं.
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