अगले 3 महीनों में दो टोल प्लाजा के बीच का अंतर कम से कम 60 किलोमीटर होगा
हाइलाइट्स
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री, नितिन गडकरी ने घोषणा की है कि है सभी टोल बूथ, जो किसी भी अन्य टोल बूथ से 60 किलोमीटर से कम दूरी पर सथित हैं, अगले तीन महीनों में बंद कर दिए जाएंगे. गडकरी ने यह घोषणा लोकसभा में 2022-23 के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की अनुदान मांगों पर जवाब देते हुए की. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर दो टोल बूथों के बीच का फासला कम से कम 60 किलोमीटर होना चाहिए. गडकरी ने आश्वासन दिया है कि अवैध प्लाज़ा को जल्द ही बंद कर दिया जाएगा.
टोल बूथों के बारे में बात करते हुए, गडकरी ने कहा, "जो हो रहा है वह गलत और अवैध है. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि अगले तीन महीनों के भीतर, 60 किमी के भीतर, केवल एक टोल प्लाज़ा होगा, यदि दूसरा है, तो हम इसे बंद कर देंगे. सिर्फ इसलिए कि हमें (सरकार) उनसे पैसा मिलता है, इसका मतलब यह नहीं है कि लोगों को पीड़ित होना चाहिए."
नितिन गडकरी के भाषण की क्लिप उनके कार्यालय के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पोस्ट की गई, और जल्द ही ट्विटर पर अपने क्षेत्रों के सभी अवैध टोल प्लाज़ा के बारे में लोगों ने बताना शुरु किया. एक यूजर ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 66 पर तलापडी और कुंडापुरा के बीच करीब 90 किलोमीटर की दूरी पर तीन टोल प्लाजा हैं. साथ ही, अन्य लोगों ने बताया कि शहर की सीमा के भीतर कुछ टोल प्लाजा एक-दूसरे के बहुत करीब हैं, और ऐसे क्षेत्रों के स्थानीय निवासियों को इन टोल बूथों के लिए पास मिलना चाहिए.
यह भी पढ़ें: 2 साल में पेट्रोल से चलने वाले वाहनों के बराबर होंगी इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमतें: नितिन गडकरी
गडकरी ने अपने भाषण में यह भी कहा कि टोल प्लाजा के पास रहने वाले लोग अपना आधार कार्ड दिखाकर टोल पास प्राप्त कर सकेंगे.