सऊदी अरब की सड़कों पर अब बाइक चलाती दिखेंगी महिलाएं, थिएटर में देखेंगी फिल्में और ग्राउंड में मैच
सऊदी अरब में महिलाओं की स्वतंत्रा और बेहतर आज़ादी के लिए सरकार ने बड़े कदम उठाए हैं. अब सऊदी की महिलाएं सड़कों पर बाइक और कार चलाते देखी जाएंगी और महिलाओं को बिना किसी स्पेशल लायसेंस के ये आज़ादी मिलेगी. टैप कर जानें और किन किन कामों को करने के लिए आज़ाद हुई देश की महिलाएं?
हाइलाइट्स
- ड्राइविंग के लिए महिलाओं एवं पुरुषों की रॉयल डिक्री समान होगी
- महिला कार चालकों को किसी तरह का स्पेशल लायसेंस नहीं मिलेगा
- दुर्घटना या नियमों के उल्लंघन पर महिलाओं को स्पेशल सेंटर भेजा जाएगा
सऊदी अरब ने लिंग समानता को लेकर बड़ कदम उठाया है और महिलाओं को जून 2018 से टू-व्हीलर दौड़ाने की अनुमति मिल गई है. अब इस गल्फ कंट्री की सड़कों पर आपको महिला बाइक राइडर भी देखने को मिलेगी. पिछले हफ्ते सऊदी अरेबियन जनरल डायरेक्ट्रेट ने इस बात की घोषणा की है. यह ऐलान किंग सलमान ने तीन महीने पहले किया था जिसमें महिलाओं के दुबई में वाहन चलाने की अनुमति दी गई थी. रॉयल डिक्री स्टेट्स ने कहा है कि अब देश में वाहन चलाने का अधिकार महिलाओं और पुरुषों दोनों का होगा. बता दें कि सऊदी में कार चलाने के लिए महिलाओं को किसी भी प्रकार का कोई स्पेशल लायसेंस नहीं दिया जाएगा.
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महिलाओं और पुरुषों दोनों को समान तरीके से ट्रैफिक के नियामों को कानून का पालन करना होगा. किसी भी दुर्घटना की दशा में या नियमों का उल्लंघन करने पर महिलाओं को स्पेशल सेंटर्स में भेजा जाएगा जिसको पूरी तरह से महिला कर्मचारी चलाते हैं. इसके साथ ही महिलाओं को इस फील्ड में नौकरी करने का भी मौका दिया जा रहा है जिसके तहत महिलाओं को फील्ड इंस्पैक्टर और ट्रैफिक चैकपॉइंट पर काम करने का मौका मिलेगा. रॉयल डिक्री देश में महिलाओं की स्वतंत्रता और समानता का अधिकार देने के लिहाज़ से बहुत बड़ा कदम है.
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नवंबर 2017 में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने अपनी ग्लोबल जेंडर गैप रिपोर्ट में महिलाओं के लिए दुनिया के सबसे बदतर देशों में 7वें नंबर पर सऊदी अरब का नाम दिया था. इस रिपोर्ट के अनुसार अब भी सऊदी अरब में महिला को यात्रा करने या पढ़ाई-लिखाई के लिए पहले घर के पुरुष सदस्यों की अनुमति लेना अनिवार्य है. हाल ही में देश में महिलाओं को तीन स्पोर्ट्स स्टेडियम में जाने की अनुमति भी मिली है और अब देश की महिलाएं थिएटर में जाकर फिल्म भी देख पाएंगी. यकीनन महिलाओं को बाइक चलाने की अनुमति देने क साथ ही और भी कई चीजों में स्वतंत्रता मिलना वहां की महीलाओं और पूरे सऊदी अरब के लिए बेहतर निर्णय है.
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महिलाओं और पुरुषों दोनों को समान तरीके से ट्रैफिक के नियामों को कानून का पालन करना होगा. किसी भी दुर्घटना की दशा में या नियमों का उल्लंघन करने पर महिलाओं को स्पेशल सेंटर्स में भेजा जाएगा जिसको पूरी तरह से महिला कर्मचारी चलाते हैं. इसके साथ ही महिलाओं को इस फील्ड में नौकरी करने का भी मौका दिया जा रहा है जिसके तहत महिलाओं को फील्ड इंस्पैक्टर और ट्रैफिक चैकपॉइंट पर काम करने का मौका मिलेगा. रॉयल डिक्री देश में महिलाओं की स्वतंत्रता और समानता का अधिकार देने के लिहाज़ से बहुत बड़ा कदम है.
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