लद्दाख के उमलिंग ला में बनी दुनिया की सबसे ऊंची सड़क जहां वाहन चलाए जा सकेंगे
हाइलाइट्स
भारत ने एक नया रिकॉर्ड बनाया है. बॉर्डर रोड संगठन यानी बीआरओ ने 19,300 की ऊंचाई पर पूर्वी लद्दाख के उमलिंग ला दुनिया की सबसे उंची सड़क का निर्माण किया है. बता दें कि माउंट ऐवरेस्ट के बेस कैंप क्षेत्र से भी ज़्यादा ऊंचाई पर यह सड़क मौजूद है. आपकी जानकारी के लिए यह भी बता दें कि नेपाल स्थित दक्षिण बेस कैंप 17,598 फीट की ऊंचाई पर बना हुआ है, वहीं तिब्बत स्थित उत्तरी बेस कैंप की ऊंचाई 16,900 फीट है. इसके बाद आपके अंदाज़े के लिए एक बात और बता दें कि दुनिया का सबसे बड़ कमर्शियल हवाईजहाज 30,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ता है और यह नई सड़क इससे 60 प्रतिशत से भी ज़्यादा है जो अपने आप में एक कामयाबी है.
सरकार ने अपने बयान में कहा है कि, “उमलिंग ला पास 19,300 फीट की ऊंचाई पर बनाया गया है जो बोलिविया में 18,953 फीट की ऊंचाई से भी ज़्यादा एल्टिट्यूड पर बनी है. उमलिंग ला पास अब ब्लैक टॉप रोड से जुड़ चुका है जिससे लद्दाख की सामाजिक, आर्थिक व्यवस्था में सुधार आएगा और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.” बीआरओ द्वारा तैयार की गई यह 52 किलोमीटर की सड़क डामर की बनी हुई है जो उमलिंग ला से होकर गुज़रती है. इससे पहले दुनिया की सबसे ऊंची सड़क बोलिविआ में थी जो उतरुंकु ज्वालामुखी तक जाती है.
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इस ऊंचाई पर और इतनी जोखिमभरी जगहों पर सड़क निर्माण बहुत चुनौतीपूर्ण होता है, खासतौर पर ठंड में, जब पारा शून्य से 40 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच जाता है. सामान्य क्षेत्रों के मुकाबले यहां हवा में ऑक्सीजन की मात्रा भी करीब 50 प्रतिशत कम होती है. नई सड़क से पूर्वी लद्दाख के चुमार सैक्टर तक पहुंच बेहतर हो गई है और यहां से लेह के लिए चिसुमल और डेमचोक को जोड़ने वाले रास्ते भी निकाले गए हैं. गौरतलब है कि लद्दाख में खारडुंगला पास भी दुनिया की सबसे ऊंची सड़कों में एक है जिसकी ऊंचाई करीब 17,600 फीट है.