2021 इंडियन ब्लू बुक रिपोर्ट: महामारी के दौरान क्यों प्रभावित हुई कारों की बिक्री
हाइलाइट्स
इंडियन ब्लू बुक, जो ऑटो उद्योग के लिए सबसे भरोसेमंद मूल्य निर्धारण गाइडों में से एक रही है, ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी की है, जो ऑटो सेक्टर में विशेष रूप से इस्तेमाल की गई कार बाज़ार का विश्लेषण प्रस्तुत करती है. यह रिपोर्ट हमें COVID-19 महामारी के प्रभावों के बारे में भी जानकारी देती है. 2021 की IBB रिपोर्ट बताती है कि महामारी के कारण प्रभावित होने वाले सबसे बड़े उद्योगों में से एक ऑटो उद्योग रहा है. जबकि नई और पुरानी कार दोनों उद्योग में ही बिक्री में गिरावट देखी गई, कई कारणों से नई कार उद्योग को गंभीर रूप से प्रभावित किया.
, महामारी के कारण ग्राहक इस्तेमाल की गई कारों जैसे किफायती साधनों की तलाश कर रहे थे
रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्तीय वर्ष 2021 में दुनिया भर में महामारी फैलने से देशों के बीच व्यापार पर काफी असर पड़ा. इससे वाहन के पार्ट्स मिलने में गंभीर बाधाएं पैदा हुईं जो नई कारों के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण थे. स्पेयर पार्ट्स की इस कमी का वाहन उत्पादन पर काफी प्रभाव पड़ा, जो पिछले वर्ष की तुलना में बहुत कम था. वित्त वर्ष 2021 में कार की कम बिक्री का एक मुख्य कारण ऑपरेशंस की कमी भी थी. अप्रैल 2020 में राष्ट्र पूर्ण लॉकडाउन में चला गया. रिपोर्ट में कहा गया है कि लॉकडाउन के कारण, नई-कार डीलरों को बाजार में वाहनों को बेचने के लिए केवल 6-7 महीने का ऑपरेशन चक्र मिला, जिससे नई कार की बिक्री में गिरावट आई.
यह भी पढ़ें: 2021 इंडियन ब्लू बुक रिपोर्टः अगले 5 साल में व्यापक रूप से बढ़ेगा यू़ज़्ड कार बाज़ार
वित्त वर्ष 2021 की शुरुआत में बीएस 6 में परिवर्तन के साथ, नई कारें अपने आप ही महंगी हो गईं. साथ ही, महामारी के कारण ग्राहक इस्तेमाल की गई कारों जैसे किफायती साधनों की तलाश कर रहे थे और इसलिए भी नई कारों की बिक्री कम हुई.