कोरोनावायरस लॉकडाउन: भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर जल्द ही शुरू कर सकता है काम
हाइलाइट्स
भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग धीरे-धीरे लेकिन निश्चित रूप से काम करने की तरफ वापस आ सकता है. कोरोनावायरस लॉकडाउन के कारण आर्थिक गतिविधि में कमी और इसलिए सभी कामकाजियों की बेरोजगारी एक प्रमुख चिंता का विषय है. अब केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजे गए एक पत्र में, वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने ऑटोमोबाइल उत्पादन सहित कुछ उद्योगों को खोलने पर ज़ोर दिया है. इसमें कहा गया है कि एक बार केंद्र द्वारा लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला होने के बाद अंतिम निर्णय लिया जाए.
पत्र में आगे कहा गया है कि आर्थिक गतिविधियों में सुधार लाने और लोगों के हाथों में धन देने के लिए यह कदम आवश्यक हैं बशर्त कि आरंभ करते समय उचित सुरक्षा उपायों का पालन किया जाए. मंत्रालय के अनुसार जिन उद्योगों को संचालित करने की अनुमति दी जाए उनके लिए कुछ नियम ज़रूरी होंगे जैसे श्रमिकों के लिए अकेला प्रवेश, सामाजिक दूरी सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त स्थान और नियमित रूप से परिसर की सफाई. काम पर आने वाले कर्मचीरियों के लिए अलग से परिवहन की सुविधा या कारखाने परिसर में उनके लिए ठहरने की व्यवस्था भी कंपनी को करनी होगी. शुरूआत में कंपनियां कुल क्षमता के 20% से 25% तक काम एक ही शिफ्ट में कर पाएंगी.
शुरूआत में कंपनियां कुल क्षमता के 20% से 25% तक काम एक ही शिफ्ट में कर पाएंगी.
मंत्रालय ने गृह मंत्रालय से इन क्षेत्रों में वाहनों और कर्मियों की आसान आवाजाही की अनुमति देने का अनुरोध करते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से यह चिंता का कारण रहा है. निर्यात करने वाली कंपनियों को भी एक नई इकाई के रूप में आवश्यक संचलन के लिए कम से कम जनशक्ति और सामग्री के साथ काम करने की अनुमति दी जी सकती है.