कोरोनावायरस: मुंबई को मिली विश्व की पहली टेस्टिंग बस
हाइलाइट्स
जावा मोटरसाइकिल की निर्माता क्लासिक लेजेंड्स की एक निवेश कंपनी ने कोरोनावायरस महामारी से लड़ने के लिए एक अच्छी पहल की है. पुणे स्थित एक फर्म कृष्ण डायग्नोस्टिक्स ने भारत की पहली Covid19 परीक्षण बस विकसित की है जो महाराष्ट्र राज्य में परीक्षण क्षमता को तेजी से बढ़ाने के लिए तैयार है. इस बस को बनाने में कृष्णा डायग्नोस्टिक्स के साथ आईआईटी एलुमनाई काउंसिल और बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने भी भागीदारी की है. हाल ही में मुंबई में इस बस को हरी झंडी दिखाई गई.
शुरू में बस पुलिस बलों और स्वच्छता कर्मचारियों जैसे कोरोना योद्धाओं के परीक्षण किए जा रहे हैं
बस की शहर और राज्य के कई हिस्सों तक जाने की उम्मीद है और इससे संदिग्ध कोरोनावायरस के मरीज़ों के परीक्षण में मदद मिलेगी. बस में ऑन-बोर्ड जेनेटिक टेस्टिंग, AI-बेस्ड टेलीरेडियोलॉजी और कॉन्टैक्टलेस RT-PCR स्वाब कलेक्शन होता है. निर्माताओं के अनुसार बस कोरोनावायरस परीक्षण की लागत को 80% तक कम कर देगी और अगले 100 दिनों में परीक्षण क्षमता की 100 गुना तक बढ़ने की उम्मीद है. फिल्हाल यह बस हर घंटे 10-15 टेस्ट सैंपल ले रही है और हर सैंपल लेने के बाद बस का सेनिटाईज़ेशन किया जाता है.
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Covid19 परीक्षण बस घनी आबादी वाले क्षेत्रों में फायदेमंद साबित हो रही है जहाँ बड़े पैमाने पर स्क्रीनिंग और तेज़ी से टेस्टिंग की आवश्यकता होती है, वह भी कम कीमत पर. दुनिया में कहीं भी यह अपनी तरह का पहला वाहन है जिसे आगामी मानसून के मौसम को ध्यान में रखते हुए भी तैयार किया गया है. पहले चरण में बस का उपयोग कोरोना योद्धाओं पर अधिक परीक्षण करने के लिए किया जा रहा है. इसमें पुलिस बल और स्वच्छता कार्यकर्ता शामिल हैं.