साइरस मिस्त्री दुर्घटना वाली सड़क में हैं 30 से अधिक सुरक्षा खतरे: रिपोर्ट
हाइलाइट्स
टाटा मोटर्स के पूर्व अध्यक्ष साइरस मिस्त्री की हाल ही में एनएच 48 पर एक सड़क दुर्घटना में मौत हुई थी. अब महाराष्ट्र में मंडोर और गुजरात में अछाड़ के बीच इस हाईवे के 70 किलोमीटर के इस हिस्से का सड़क सुरक्षा ऑडिट इंटरनेशनल रोड फेडरेशन के इंडिया चैप्टर की एक टीम द्वारा किया गया है. इसके मुताबिक यहां खराब रखरखाव, ड्राइवरों को मार्गदर्शन करने के लिए अपर्याप्त संकेत और दो दर्जन से अधिक मिडियन सुरक्षा खतरे बने हुए हैं.
2021 में पूरे भारत में सड़क दुर्घटनाओं में 1.55 लाख से अधिक लोगों की जान गई .
के के कपिला, अध्यक्ष एमेरिटस, इंटरनेशनल रोड फेडरेशन (आईआरएफ) ने कहा, "टीम द्वारा ऑडिट ने दुर्घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल कम लागत वाले कदमों की सिफारिश की है. इनमें डायवर्सन और पुलों से पहले गति सीमा संकेतों की स्थापना, कम कैरिजवे की चेतावनियों का प्रदर्शन, मीडियन को बंद करना और ड्राइवरों को मार्गदर्शन करने के लिए उचित चिह्न लगाना शामिल हैं."
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पालघर में घातक दुर्घटना के एक हफ्ते बाद ही ऑडिट किया गया था. आईआरएफ ने एक बयान में कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की सहमति के बाद ऑडिट किया गया था, और कार्रवाई के लिए सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) और एनएचएआई को पूरी रिपोर्ट सौंप दी गई है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि मानक डिजाइन के अनुसार, किसी भी 6 लेन वाले हाइवे पर कोई मीडियन नहीं होना चाहिए. रिपोर्ट में सभी मीडियन को जल्द से जल्द बंद करने की सिफारिश की गई है.
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, 2021 में पूरे भारत में सड़क दुर्घटनाओं में 1.55 लाख से अधिक लोगों की जान चली गई. यानि औसतन 426 दैनिक या हर एक घंटे में 18 मौंतें हुईं जो किसी भी वर्ष में अब तक दर्ज किए गए यह सबसे अधिक मृत्यु के आंकड़े हैं.