दिल्ली सरकार ने बढ़ते प्रदूषण के चलते जनता से निजी वाहनों का उपयोग न करने की अपील की
हाइलाइट्स
दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) गंभीर श्रेणी में बना हुआ है और शनिवार शाम 4 बजे 415 से बढ़कर रविवार सुबह 7 बजे 460 हो गया है. अब, आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने दिल्ली के निवासियों से निजी वाहनों का उपयोग कम करने और इसके बजाय सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने का आग्रह किया है. इसके अलावा, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने वाहन प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए केंद्र सरकार से दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में केवल सीएनजी, इलेक्ट्रिक और बीएस VI- वाहनों को अनुमति देने का आग्रह किया है.
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जबकि मौसम का मिजाज, निर्माण कार्य और पराली जलाने जैसे कई कारणों ने दिल्ली में जहरीली वायु गुणवत्ता में योगदान दिया है, वाहनों के उत्सर्जन को भी घटती वायु गुणवत्ता में योगदान देने वाला माना जाता है.
दिल्ली का AQI शनिवार शाम 4 बजे 415 से ज्यादा रविवार सुबह 7 बजे 460 हो गया
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, "पिछले दो दिनों में प्रदूषण के स्तर में बढ़ोतरी को देखते हुए कल से दिल्ली में निर्माण पर रोक लगा दी गई है. कल के मुकाबले आज प्रदूषण के स्तर में सुधार हुआ है, लेकिन अभी भी गंभीर स्तर पर बना हुआ है. मैं केंद्र सरकार को पत्र लिखकर कह रहा हूं कि केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को तुरंत पांचों राज्यों के पर्यावरण मंत्रियों की आपात बैठक बुलानी चाहि. क्योंकि राज्यों में वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के आदेशों को लागू नहीं किया जा रहा है. पूरे एनसीआर में नियमों की अनदेखी की जा रही है. ये पूरे उत्तर भारत की समस्या है."
इसके अलावा (सीएक्यूएम) ने एक एडवाइजरी जारी की है जिसमें कहा गया है कि 1 नवंबर से दिल्ली और एनसीआर के भीतर हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के शहरों के बीच केवल इलेक्ट्रिक, सीएनजी और बीएस-VI-अनुरूप डीजल बसें चलनी चाहिए.