दिल्ली अप्रैल के पहले सप्ताह तक अपने बेड़े में 100 इलेक्ट्रिक बसें जोड़ेगी
हाइलाइट्स
दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) मार्च के अंत या अप्रैल के पहले सप्ताह तक अपने बेड़े में 100 इलेक्ट्रिक बसों का एक बेड़ा शामिल करेगा. नई जोडी गईं बसों के साथ डीटीसी बेड़े में इलेक्ट्रिक बसों की कुल संख्या 400 हो जाएगी. बसें टाटा मोटर्स द्वारा प्रदान की जा रही हैं और दिल्ली परिवहन आयुक्त आशीष कुंद्रा ने हाल ही में बसों का निरीक्षण करने के लिए वाहन निर्माता के लखनऊ प्लांट का दौरा किया था.
पिछले महीने डीटीसी की एमडी शिल्पा शिंदे ने प्रोटोटाइप मॉडल देखने के लिए कर्नाटक का दौरा किया था. अधिकारी ने कहा, "(प्रोटोटाइप) को मंजूरी दे दी गई है और अब हम बसों के औपचारिक निरीक्षण के लिए लखनऊ के प्रोडक्शन प्लांट में आ गए हैं."
नई जोडी गईं बसों के साथ डीटीसी बेड़े में इलेक्ट्रिक बसों की कुल संख्या 400 हो जाएगी.
ये इलेक्ट्रिक बसें सीसीटीवी कैमरे और पैनिक बटन जैसे सुरक्षा फीचर्स के साथ आती हैं. एक बार कॉन्फ़िगरेशन और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद, ये बसें राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर उतरना शुरू कर देंगी.
अधिकारी ने कहा कि इलेक्ट्रिक बसों के नए बैच को डीटीसी के बेड़े में शामिल किए जाने के बाद हर महीने करीब 200-250 ई-बसें आएंगी. 100 इलेक्ट्रिक बसें कुल 1,500 इलेक्ट्रिक बसों में से पहली हैं, जिन्हें 2023 के अंत तक दिल्ली परिवहन विभाग के बेड़े में शामिल किया जाएगा, जिससे उनकी कुल संख्या 1,800 हो जाएगी.
जनवरी में इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाते हुए, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि दिल्ली के कुल बेड़े का 80 प्रतिशत 2025 के अंत तक इलेक्ट्रिक होगा. लक्ष्य 2023 के अंत तक 1,500 ऐसे वाहन खरीदने और 2025 तक 6,380 इलेक्ट्रिक बसें कुल खरीदने का है.
वर्तमान में लगभग 7,200 बसें राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर चलती हैं, जिनमें से डीटीसी 3,900 बसें चलाती है जबकि क्लस्टर 3,300 बसें चलाता है. नई इलेक्ट्रिक बसों को शामिल करने के साथ ही सरकार का अगले डेढ़ साल में 2,600 बसों को सड़कों से हटाने का भी लक्ष्य है रखती है.
Last Updated on March 13, 2023