लॉकडाउन के बाद Rs. 7 लाख से कम बजट वाली कारों की मांग बढ़ेगीः carandbike सर्वे
हाइलाइट्स
कोविड-19 महामारी ने ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री पर बहुत गहरा प्रभाव डाला है इसमें कोई दोराय नहीं है. देशभर के ऑटो सैक्टर में उत्पादन और बिक्री का काम पिछले 50 दिन से भी ज़्यादा से बंद है. लेकिन लॉकडाउन 3.0 प्रोग्राम में ये कंपनियां वापस पटरी पर लौटती दिखाई दे रही हैं. कुछ ऑटो निर्माता कंपनियों ने दोबारा काम भी शुरू कर दिया है, लेकिन स्थिति लंबे समय तक समान नहीं रहेगी. जहां फिलहाल की ज़रूरत सोशल डिस्टेंसिंग बनी हुई है, ऐसे में ऑटो कंपनियों ने भी व्यापार का तरीका बदल लिया है और ग्राहकों को ऑनलाइन कार बुक करने से लेकर सर्विस कराने की सुविधा दी गई है. इस महामारी के बाद ग्राहकों में खरीद का पैटर्न बदलेगा और इसका असर हमें दिखाई भी देने लगा है. कार एंड बाइक ने हाल में एक सर्वे किया है जिसमें आर्थिक मंदी से वाहन के बजट में बदलाव पर काम किया गया है.
लॉकडाउन खुलने के बाद ग्राहकों के बीच खुदकी कार होने की ज़रूरत बढ़ेगी और हमारे सर्वे में सामने आया है कि 9 लाख रुपए से महंगी कारों की मांग में 14% कमी दर्ज की गई है, इसके अलावा 3 लाख के बजट की कारें काफी बिकने वाली हैं और 5 से 7 लाख रुपए बजट वाली कारों की मांग में 5% की बढ़ोतरी दर्ज की जाने वाली है. रिपोर्ट में सामने आया है कि युवा पीढ़ी के ग्राहक अब एंट्री-लेवल या बजटेड कारें खरीदने वाली है. खुदकी गाड़ी खरीद लेने के बाद ये युवा अपनी सुरक्षा और साफ-सफाई का पुख़्ता इंतजाम कर लेंगे.
जहां कुल मांग में एसयूवी को ज़्यादा पसंद किया जा रहा है, वहीं पहली बार खरीदने की जानकारी लेने वाले ग्राहकों में लॉकडाउन के चलते कमी दर्ज की गई है, क्योंकि ये ग्राहक अब कम बजट वाली कार खरीदना खहते हैं. सेकेंड हैंड सेडान के लिए जानकारी लेने वालों की संख्या में 10% इज़ाफा हुआ है. 10 में से 4 ग्राहकों का कहना है कि उन्होंने बजट के चलते अपने पसंद की कार से सस्ती कार खरीदेंगे. इनमें से ज़्यादातर ने अपना बजट 10 से 30 % तक गिरा दिया है. इस सर्वे में कुल 42% लोगों ने कहा कि उन्होंने बजट गिरा दिया है. 32% ने कहा कि उनके बजट में कोई बदलाव नहीं हुआ, वहीं 26% लोगों का कहना है कि उन्होंने अपना बजट बढ़ा दिया है.
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सर्वे में ये भी सामने आया है कि 60% लोग अपने वाहन को लोन के ज़रिए खरीदने वाले थे, इसके बाद अब 15% और लोग अपनी कार को फायनेंस करवाएंगे जो पहले कैश पेमेंट करके कार खरीदने वाले थे. 20% लोग अब भी अपनी गाड़ी कैश पेमेंट के माध्यम से खरीदेंगे, वहीं 5% लोगों ने बताया कि वो पहले लोन लेकर कार खरीदने वाले थे, लेकिन अब वो कैश पेमेंट से कार खरीदेंगे. 2020 कार एंड बाइक चेंजिंग दी गियर सर्वे अप्रैल 2020 में किया गया जिसमें नई और इस्तेमाल की हुई कारों के लिए 1000 ग्राहकों और 100 डीलर्स को शामिल किया गया. ये सर्वे मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, बेंगलुरु, पुणे, कोलकाता, हैदराबाद, जयपुर और इंदौर जैसे शहरों में किया गया है.