भारत में G20 शिखर सम्मेलन में वैश्विक बायोफ्यूल साझेदारी की घोषणा की गई
हाइलाइट्स
9 सितंबर 2023 को नई दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन के दौरान, भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंगापुर, बांग्लादेश, इटली, अमेरिका, ब्राजील, अर्जेंटीना, मॉरीशस और संयुक्त अरब अमीरात के नेताओं के साथ ग्लोबल बायोफ्यूल एलायंस (GBA) की शुरुआत की. भारत के केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी के अनुसार, 19 देशों और 12 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन के संस्थापक सदस्यों के रूप में भारत क अपना समर्थन देने का वादा किया है.
19 देशों और 12 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन के संस्थापक सदस्यों के रूप में भारत को अपना समर्थन देने का वादा किया है
वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन क्या है?
G20 अध्यक्ष के रूप में भारत द्वारा शुरू की गई इस पहल का उद्देश्य तकनीकी प्रगति को बढ़ावा देना, टिकाऊ जैव ईंधन के उपयोग को बढ़ाना और विभिन्न हितधारकों के इनपुट के साथ मजबूत मानकों और प्रमाणपत्रों की स्थापना करके जैव ईंधन को वैश्विक रूप से अपनाने में तेजी लाना है. इसके अतिरिक्त, गठबंधन जैव ईंधन के बड़े उपयोग के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग विकसित करने के लक्ष्य के साथ एक सेंट्रल नॉलेज हब और विशेषज्ञ संसाधन के रूप में काम करेगा.
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जीबीए का प्राथमिक फोकस विशेष रूप से परिवहन क्षेत्र में सहयोग और टिकाऊ जैव ईंधन के उपयोग को बढ़ावा देना है. यह बाजारों को मजबूत करने, अंतर्राष्ट्रीय जैव ईंधन व्यापार को सुविधाजनक बनाने, ठोस इंटर्नल नीति साझा करने और दुनिया भर में राष्ट्रीय जैव ईंधन कार्यक्रमों के लिए तकनीकी सहायता देने पर भी ध्यान केंद्रित करेगा.
गठबंधन में थ्री-टियर सदस्यता संरचना होगी, जिसमें सदस्य देश, भागीदार संगठन और उद्योग शामिल होंगे. इसका मुख्य मिशन वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देना और टिकाऊ जैव ईंधन और जैव मॉडलों के विकास और वितरण के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं की पहचान करके जैव ईंधन को अपनाने की सुविधा देना है.
अगस्त 2023 में इनोवा हाइक्रॉस फ्लेक्स-फ्यूल हाइब्रिड एमपीवी का विश्व प्रीमियर देखा गया
अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी की जुलाई की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2050 तक वैश्विक ऊर्जा प्रणाली में शुद्ध-शून्य उत्सर्जन हासिल करने के लिए दुनिया को 2030 तक टिकाऊ जैव ईंधन के अपने उत्पादन को तीन गुना करना होगा. भारत ने महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किए हैं, जिसमें 2070 तक कार्बन तटस्थ बनना और बढ़ावा देना शामिल है 2025 तक राष्ट्रव्यापी गैसोलीन में इथेनॉल मिश्रण 20 प्रतिशत तक करना है.
इस पहल के अनुरूप, अगस्त 2023 में इनोवा हाइक्रॉस फ्लेक्स-फ्यूल हाइब्रिड एमपीवी का विश्व प्रीमियर हुआ. फ्लेक्स-फ्यूल प्रोटोटाइप में एक संशोधित 2.0-लीटर, चार-सिलेंडर इंजन शामिल है जो E85 ईंधन (85 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण) पर चलती है. टोयोटा ने पहल का अनुपालन करने के लिए यांत्रिक पुर्जों में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं. इसके अलावा, यह काफी बेहतर माइलेज और कम उत्सर्जन पदचिह्न देने का दावा करता है.
Last Updated on September 11, 2023