प्रमुख सिख धर्म स्थलों को एक नए एक्सप्रेसवे से जोड़ेगी सरकार
हाइलाइट्स
केंद्रीय सरकार ने अमृतसर शहर के लिए एक नये ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे को विकसित करने की घोषणा की है. दिल्ली-अमृतसर एक्सप्रेसवे के हिस्से के रूप में सुल्तानपुर लोधी, गोइंदवाल साहिब, खादूर साहिब के बरास्ते नाकोदर से अमृतसर शहर के लिए एक नया ग्रीनफील्ड सम्पर्क-मार्ग बनाया जाएगा. अमृतसर से गुरुदासपुर तक की सड़क भी पूरी तरह विकसित होगी तथा इसे पूरी तरह सिग्नल मुक्त बनाया जाएगा. यह हाल ही में विकसित डेरा बाबा नानक/करतारपुर साहब अंतरराष्ट्रीय कॉरिडोर के लिए भी सबसे छोटा और वैकल्पिक एक्सप्रेसवे सम्पर्क-मार्ग उपलब्ध कराएगा.
एक्सप्रेसवे के पहले चरण में लगभग 25,000 रु करोड़ का निवेश शामिल होगा
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने भारतमाला परियोजना के तहत दिल्ली अमृतसर कटरा एक्सप्रेसवे का विकास आरंभ किया है. एक्सप्रेसवे को जनवरी 2019 में अंतिम रूप दिया गया और भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया आरंभ हो गई. आरंभ में जम्मू एवं कश्मीर की सरकार ने दिल्ली-कटरा एक्सप्रेसवे का प्रस्ताव रखा था लेकिन केंद्रीय सरकार ने कहा कि प्रति वर्ष 40 लाख से अधिक पर्यटकों के आने के कारण प्रस्तावित एक्सप्रेसवे को अमृतसर से गुजरना चाहिए.
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यह करतारपुर साहब अंतरराष्ट्रीय कॉरिडोर के लिए भी सबसे छोटा और वैकल्पिक एक्सप्रेसवे साबित होगा
अमृतसर शहर हमेशा से ही दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे का एक अभिन्न हिस्सा रहा है. आरंभ में दो चरणों में ग्रीनफील्ड और ब्राउनफील्ड मार्ग के एक मिश्रण के रूप में एक्सप्रेसवे का प्रस्ताव था. सरकार ने पंजाब सरकार से आग्रह भी किया है कि वह राज्य में प्रस्तावित एक्सप्रेसवे के लिए भूमि अधिग्रहण में तेजी लाने के लिए एनएचएआई को आवश्यक सहायता उपलब्ध कराए. सरकार का दावा है कि इस एक्सप्रेसवे के साथ अमृतसर से दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की यात्रा की दूरी वर्तमान आठ घंटों से घटकर लगभग चार घंटे की हो जाएगी.