भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री ने अप्रैल-फरवरी 2018 में दर्ज की 14.41 % की ग्रोथ
SIAM के उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के हिसाब से इंडियन ऑटोमोटिव इंडस्ट्री ने कुल 2,64,03,671 वाहनों का उत्पादन किया है. टैप कर जानें कितना बढ़ा निर्यात?
हाइलाइट्स
सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (SIAM) के उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के हिसाब से इंडियन ऑटोमोटिव इंडस्ट्री ने कुल 2,64,03,671 वाहनों का उत्पादन किया है जिसमें पैसेंजर व्हीकल, कमर्शियल व्हीकल, तीन-पहिया वाहन और दो-पहिया वाहन शामिल हैं. भारतीय ऑटो इंडस्ट्री ने अप्रैल से फरवरी 2018 की तुलना में पिछले वित्तीय वर्ष अप्रैल-फरवरी 2017 में 2,30,78,120 वाहनों का उत्पादन किया था और पिछले साल के मुकाबले इस साल इंडस्ट्री ने 14.41 % ग्रोथ पाई है. अप्रैल-फरवरी 2017 की तुलना में जहां कुल मिलाकर इंडस्ट्री ने बेहतर ग्रोथ पाई है, वहीं वाणिज्यिक वाहन, तीन-पहिया वाहन और दो-पहिया वाहनों में दो अंकों की बेहतरीन ग्रोथ दर्ज की गई.
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पिछले साल की तुलना में अप्रैल से फरवरी 2018 में पैसेंजर व्हीकल्स पर 8.04 % की ग्रोथ मिली है. टू-व्हीलर सेल्स में 2017 के मुकाबले 2018 में 14.47 % की ग्रोथ दर्ज की गई है, इसमें स्कूटर सैगमेंट 21.18 % और मोटरसाइकल सैगमेंअ में 12.66 % की ग्रोथ दर्ज की गई है. 2017 की तुलना में कमर्शियल वाहनों ने इस वित्तीय वर्ष में 19.30 % ग्रोथ दायर की है. मीडियम और हेवी कमर्शियल वाहनों की ग्रोथ इस साल 11.91 % रही है और हल्के वाणिज्यिक वाहनों ने 2018 में 24.64 % ग्रोथ दर्ज की है.
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तीन-पहिया सैगमेंट ने 2017 की तुलना में अप्रैल-फरवरी 2018 में 19.11 % की ग्रोथ दायर की है. थ्री-व्हीलर सैगमेंट में जहां सवारी वाहनों की ग्रोथ 22.36 % रही, वहीं सामान उठाने वाले थ्री-व्हीलर्स की बिक्री में 6.80 % की बढ़ोतरी हुई है. भारत से निर्यात की बात करें तो भारतीय ऑटोमोटिव इंडस्ट्री का एक्सपोर्ट 15.81 % बढ़ गया है. टू-व्हीलर सैगमेंट की ग्रोथ 20.30 % है और थ्री-व्हीलर सैगमेंट की ग्रोथ 37.02 दर्ज की गई है. सवारी वाहनों और वाणिज्यिक वाहनों में क्रमशः 1.80 % और 13.26 % की गिरावट भी देखी गई है.
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पिछले साल की तुलना में अप्रैल से फरवरी 2018 में पैसेंजर व्हीकल्स पर 8.04 % की ग्रोथ मिली है. टू-व्हीलर सेल्स में 2017 के मुकाबले 2018 में 14.47 % की ग्रोथ दर्ज की गई है, इसमें स्कूटर सैगमेंट 21.18 % और मोटरसाइकल सैगमेंअ में 12.66 % की ग्रोथ दर्ज की गई है. 2017 की तुलना में कमर्शियल वाहनों ने इस वित्तीय वर्ष में 19.30 % ग्रोथ दायर की है. मीडियम और हेवी कमर्शियल वाहनों की ग्रोथ इस साल 11.91 % रही है और हल्के वाणिज्यिक वाहनों ने 2018 में 24.64 % ग्रोथ दर्ज की है.
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तीन-पहिया सैगमेंट ने 2017 की तुलना में अप्रैल-फरवरी 2018 में 19.11 % की ग्रोथ दायर की है. थ्री-व्हीलर सैगमेंट में जहां सवारी वाहनों की ग्रोथ 22.36 % रही, वहीं सामान उठाने वाले थ्री-व्हीलर्स की बिक्री में 6.80 % की बढ़ोतरी हुई है. भारत से निर्यात की बात करें तो भारतीय ऑटोमोटिव इंडस्ट्री का एक्सपोर्ट 15.81 % बढ़ गया है. टू-व्हीलर सैगमेंट की ग्रोथ 20.30 % है और थ्री-व्हीलर सैगमेंट की ग्रोथ 37.02 दर्ज की गई है. सवारी वाहनों और वाणिज्यिक वाहनों में क्रमशः 1.80 % और 13.26 % की गिरावट भी देखी गई है.
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