महिंद्रा ने बनाया अपना पहला बिना ड्राइवर के चलने वाला ट्रैक्टर, जानें कैसे करता है काम
महिंद्रा ने अपना पहला बिना ड्राइवर के चलने वाला ट्रैक्टर शाकेस किया है. ट्रैक्टर आने वाले समय में भारत के साथ विदेशों में भी लॉन्च किया जाएगा जिससे महिंद्रा को विदेशी मार्केट में भी पकड़ बनाने का अच्छा मौका मिलेगा. जानें कंपनी ने ट्रैक्टर में किस टैक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है और ये काम कैसे करता है?
हाइलाइट्स
- ट्रैक्टर कई तरह से काम करें इस हिसाब से टैक्नोलॉजी को डिज़ाइन किया है
- ड्राइवरलैस ट्रैक्टर तकनीक का महिंद्रा के बाकी ट्रैक्टर्स में भी यूज़ होगा
- महिंद्रा ड्राइवरलैस ट्रैक्टर्स को 2018 की शुरूआत में लॉन्च कर सकती है
महिंद्रा ने भारत में अपना पहला बिना ड्राइवर के चलने वाला ट्रैक्टर बनाया है, जिसे महिंद्रा रिसर्च वैली चेन्नई में डेवेलप किया गया है. जल्द ही इस टैक्नोलॉजी को महिंद्रा के बाकी ट्रैक्टर्स में भी इस्तेमाल किया जाएगा. भारत ही नहीं महिंद्रा इस तकनीक को यूएसए और जापान जैसे देशों में भी इस्तेमाल करेगी. इससे महिंद्रा को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अच्छा स्थान मिलेगा, साथ ही तकनीक के मामले में भी कंपनी अलग ही स्तर पर पहुंच जाएगी. महिंद्रा इस तकनीक के साथ कुछ ही समय बाद 20 हॉर्स पावर से लेकर 100 हॉर्स पावर वाले ट्रैक्टर्स की रेंज बाजार में उतारने वाली है.
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महिंद्रा एंड महिंद्रा ने इस ट्रैक्टर में स्टेट-ऑफ-दी-आर्ट टैक्नोलॉजी का प्रयोग किया है. इसके साथ ही इसमें ऑटोस्टीयर जैसे कई यूनीक फीचर्स भी ऐड किए हैं जिसमें ट्रैक्टर जीपीएस के द्वारा खुद-ब-खुद सीधी रेखा में चलता है. इसके साथ ही ये ट्रैक्टर लाइन भी बदल लेता है और बिना ड्राइवर के लगातार खेत में काम कर सकता है. इसमें लगा ऑटो इंप्लिमेंट लिफ्ट फीचर एस रेखा पूरी हो जाने पर इसे दूसरी रेखा में काम करने की कमांड देता है. इसके बाद इसमें स्किप पासिंग टैक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल किया गया है जिससे यह ट्रैक्टर लगातार रेखा बदल-बदल कर काम करता रहता है. एक पूरा खेत जोतने में इस ट्रैक्टर को किसी ड्राइवर की ज़रूरत नहीं पड़ती.
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महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के फार्म इक्विपमेंट सैक्टर के प्रेसिडेंट राजेश जेजुरिकर ने बताया कि, “आज हमें फार्म मशीन को पहले से बहुत ज्यादा उन्नत करने की आवश्यक्ता है. इसका सबसे बड़ा कारण खेत में काम करने वालों की कमी और कम होती उपज है. पिछले साल कंपनी की लॉन्च डिजिसेंस टैक्नोलॉजी को साथ मिलाकर हमने बिना ड्राइवर के चलने वाला ट्रैक्टर बनाया है जो खेती के लिए बहुत फायदेमंद है और यह अपने आप में समझदार ट्रैक्टर है जो आपने कभी नहीं देखा होगा.”
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महिंद्रा एंड महिंद्रा ने इस ट्रैक्टर में स्टेट-ऑफ-दी-आर्ट टैक्नोलॉजी का प्रयोग किया है. इसके साथ ही इसमें ऑटोस्टीयर जैसे कई यूनीक फीचर्स भी ऐड किए हैं जिसमें ट्रैक्टर जीपीएस के द्वारा खुद-ब-खुद सीधी रेखा में चलता है. इसके साथ ही ये ट्रैक्टर लाइन भी बदल लेता है और बिना ड्राइवर के लगातार खेत में काम कर सकता है. इसमें लगा ऑटो इंप्लिमेंट लिफ्ट फीचर एस रेखा पूरी हो जाने पर इसे दूसरी रेखा में काम करने की कमांड देता है. इसके बाद इसमें स्किप पासिंग टैक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल किया गया है जिससे यह ट्रैक्टर लगातार रेखा बदल-बदल कर काम करता रहता है. एक पूरा खेत जोतने में इस ट्रैक्टर को किसी ड्राइवर की ज़रूरत नहीं पड़ती.
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महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के फार्म इक्विपमेंट सैक्टर के प्रेसिडेंट राजेश जेजुरिकर ने बताया कि, “आज हमें फार्म मशीन को पहले से बहुत ज्यादा उन्नत करने की आवश्यक्ता है. इसका सबसे बड़ा कारण खेत में काम करने वालों की कमी और कम होती उपज है. पिछले साल कंपनी की लॉन्च डिजिसेंस टैक्नोलॉजी को साथ मिलाकर हमने बिना ड्राइवर के चलने वाला ट्रैक्टर बनाया है जो खेती के लिए बहुत फायदेमंद है और यह अपने आप में समझदार ट्रैक्टर है जो आपने कभी नहीं देखा होगा.”
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