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मारुति ने 1,500 से अधिक वेंटिलेटर बनाए, सरकार के ऑर्डर का इंतज़ार

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Maruti Suzuki Makes 1,500 Ventilators, Awaits Govt Orders
एक स्वास्थ्य कंपनी के साथ टाई-अप में बनाए गए यह वेंटिलेटर अभी भी सरकारी आदेश न मिलने के कारण उपयाग में नही लिए जा रहे हैं.
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द्वारा कारएंडबाइक-टीम

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प्रकाशित अप्रैल 28, 2020

हाइलाइट्स

    कोरोनावायरस महामारी से लड़ने के लिए सबसे आवश्यक उपकरणों में से एक वेंटिलेटर है. इस महीने की शुरुआत में केंद्र सरकार ने पर्याप्त वेंटिलेटर की उपलब्धता की कमी का हवाला देते हुए ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स से विशेष अनुरोध किया था कि वे अधिक वेंटिलेटर बनाने में मदद करें. मारुति सुजुकी और महिंद्रा एंड महिंद्रा जैसी कुछ बड़ी भारतीय कार कंपनियों ने इसका सकारात्मक जवाब दिया और इस पर काम शुरू किया. मारुति ने तो एक हेल्थ केयर पार्टनर के साथ टाई-अप में लगभग 20 दिनों में 1,500 यूनिट से अधिक वेंटिलेटर बना भी लिए. लेकिन इनका उपयोग अब तक नहीं किया गया है क्योंकि कंपनी अभी भी सरकार से ऑर्डर मिलने की प्रतीक्षा कर रही है.

    यह भी पढ़ें: कोरोनोवायरस: सरकार ने ऑटोमोबाइल कंपनियों को वेंटिलेटर बनाने के लिए कहा

    NDTV से बात करते हुए मारुति सुजुकी के अध्यक्ष आर सी भार्गव ने कहा, "सरकार ने हमसे वेंटिलेटर बनाने का अनुरोध किया था जो हमने बना लिए हैं. एचएलएल लाइफकेयर (सरकार उद्यम) ने वेंटिलेटर का निरीक्षण किया है, दुर्भाग्य से वे हमें अभी तक इसकी रिपोर्ट नहीं भेज पाए हैं. हम अभी भी उनके आदेशों की प्रतीक्षा कर रहे हैं ताकि पता चल सके कि इन वेंटिलेटरों को कहां भेजा जा सकता है."

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    मारुति सुजुकी के अध्यक्ष आर सी भार्गव  

    भार्गव ने आगे कहा, "जब निर्णय लेने की बात आती है तो सरकारी कंपनियां हमेशा सबसे तेज नहीं होती हैं और शायद एक निजी कंपनी ने अलग तरीके से काम किया होता." उन्होंने साझा किया कि पिछले 2 सप्ताह से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में पहले से ही इस वेंटिलेटर का परीक्षण किया जा रहा है, उन्होंने बताया कि अस्पताल इसके प्रदर्शन से पूरी तरह से संतुष्ट है और ऐसी और इकाइयों की मांग कर रहा है.

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    मारुति की एक साथी कंपनी 10 लाख मास्क बांटने का काम भी कर रही है. 

    चिकित्सा उपकरण बनाने के विचार पर मारुति सुजुकी के कर्मचारियों ने कैसे प्रतिक्रिया व्यक्त की, इस बारे में भार्गव ने कहा, "वे सभी इसे देश के लिए कुछ करने के लिए एक राष्ट्रीय आह्वान के रूप में देखते हैं. इसने उन्हें बहुत प्रेरित किया है और यही एक कारण है कि हर रोज देर रात तक ये काम करते हैं ताकि वे उत्पादन को और अधिक बढ़ा सकें. 20 दिनों से कम समय में 0 से 300 उत्पादन हो जाना इस क्षेत्र में उनके समर्पण और उनके प्रयासों को दिखाता है."

    मारुति अभी भी मई तक इन वेंटिलेटर की 10,000 इकाइयों की डिलीवरी सरकार को पूरा करने की उम्मीद कर रही है.

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