NHAI ने पिछले वर्ष 3,979 किलोमीटर के राष्ट्रीय हाईवे बनाकर तोड़ा रिकॉर्ड
हाइलाइट्स
भारत के राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने 1995 में स्थापित किए जाने के बाद से अब तक की अपनी उच्चतम निर्माण दर हासिल की है. वित्तीय वर्ष 2019-20 में देश भर में NHAI द्वारा 3,979 किलोमीटर के राष्ट्रीय राजमार्ग बनाए गए. यह पिछले वित्त वर्ष में बनाए गए 3,380 किलोमीटर राजमार्गों से एक महत्वपूर्ण बढ़त है. हालाँकि संगठन ने 4,550 किलोमीटर के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में चूक की और प्रति दिन लगभग 11 किलोमीटर की दर से ही औसतन काम हो पाया. पिछले वित्तीय वर्ष की शुरुआत में आम चुनाव और अंत में कोरोनावायरस लॉकडाउन जैसे मुद्दों ने निर्माण की गति पर प्रभाव डाला.
सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने एक बयान में कहा, “तेजी लाने के लिए बड़ी संख्या में पहल की गई है ताकि रुकी हुई परियोजनाओं को पुनर्जीवित करने और नई परियोजनाओं को पूरा करने में तेजी के साथ निर्माण की गति आगे बढ़े. इनमें से कुछ कदमों में भूमि अधिग्रहण को आसान करना और मंजूरी आदि के संदर्भ में पर्याप्त तैयारी के बाद परियोजनाओं को पुरस्कृत करना शामिल है. इसके अलावा वन टाइम फंड इन्फ्यूजन और सड़क क्षेत्र के ऋणों का सुरक्षितिकरण शामिल हैं.”
भारत सरकार का लक्ष्य 2022 तक दो लाख किलोमीटर के राष्ट्रीय राजमार्गों को पूरा करना है
निर्माण सरकार द्वारा शुरू की गई महत्वाकांक्षी राजमार्ग विकास कार्यक्रम का एक हिस्सा है जिसे भारतमाला योजना का नाम दिया गया है. इसमें लगभग 65,000 किमी राष्ट्रीय राजमार्गों का विकास होना है. परियोजना के पहले चरण के तहत 34,800 किलोमीटर के राष्ट्रीय राजमार्ग 5 साल में 5,35,000 करोड़ रुपये खर्च के साथ बनाए जाएंगे. एनएचएआई को इस चरण के तहत लगभग 27,500 किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों का विकास का काम सौंपा गया है.
हालांकि लॉकडाउन खत्म होते ही निर्माण की कुछ गति शुरू में प्रभावित हो सकती है क्योंकि इसमें श्रम की कमी हो सकती है. भारत में दुनिया के सबसे बड़े सड़क नेटवर्क में से एक है, जो कुल 58 लाख किमी से अधिक में फैला है. इसमें से राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई लगभग 1,36,499 किलोमीटर है. भारत सरकार का लक्ष्य 2022 तक दो लाख किलोमीटर के राष्ट्रीय राजमार्गों को पूरा करना है.