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आने वाले 3 से 5 सालों में एनएचएआई की टोल कमाई Rs. 1.40 लाख करोड़ के पार होगी

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NHAIs Toll Revenue Will Rise To Rs 1 40 Lakh Crores In Next Three To Five Years Says Nitin Gadkari
केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी एनएचएआई का टोल राजस्व अगले तीन से पांच वर्षों में वर्तमान रु 40,000 करोड़ प्रति वर्ष के मुकाबले बढ़कर रु 1.40 लाख करोड़ प्रति वर्ष हो जाएगा.
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द्वारा ऋषभ परमार

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प्रकाशित दिसंबर 23, 2021

हाइलाइट्स

    केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को कहा कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) का टोल राजस्व अगले तीन से पांच वर्षों के अंदर वर्तमान में रु 40,000 करोड़ प्रति वर्ष से बढ़कर रु 1.40 लाख करोड़ हो जाएगा. उन्होंने दिल्ली में एक 'व्यावसायिक अधिकारिता के क्षेत्रीय सम्मेलन' के दौरान दर्शकों को संबोधित करते हुए इस बात का जिक्र किया.

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    केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी. 

    गडकरी ने दर्शकों को संबोधित करते हुए कहा, "एनएचएआई का टोल राजस्व रु 40,000 करोड़ से बढ़कर रु 1.40 लाख करोड़ प्रति वर्ष अगले तीन से पांच वर्षों में हो जाएगा." उन्होंने बताया कि जब सड़कों की बात आती है, तो देश 96,000 किलोमीटर के राजमार्ग से दो लाख किलोमीटर के राजमार्ग पर जाने की तैयारी कर रहा है. उन्होंने कहा, "एक समय था जब एक दिन में तीन किलोमीटर सड़क का निर्माण होता था, लेकिन अब एक दिन में 38 किलोमीटर तक की सड़क बनाई गई है. जो एक विश्व रिकॉर्ड है." कार्यक्रम के दौरान गडकरी ने आगे कहा कि आर्थिक विकास सरकार का पहला एजेंडा है.

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    इसके अलावा ग्रामीण कृषि, जनजातीय और ग्रामीण क्षेत्र में वित्तीय पूंजी निवेश के महत्व पर प्रकाश डालते हुए नितिन गडकरी ने कहा, "हमारी अर्थव्यवस्था में, 22-24 प्रतिशत हिस्सेदारी मैन्युफैक्चरिंग से आती है, वहीं इसमें 52-56 प्रतिशत की हिस्सेदारी सर्विस क्षेत्र की है, लेकिन कृषि और संबद्ध क्षेत्रों से 8-12 प्रतिशत ही मिलता है. जबकि हमारी 60-65 प्रतिशत आबादी कृषि, आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों में ही है. जहां सामाजिक, शिक्षा और आर्थिक समृद्धि का अभाव है." उन्होंने आगे कहा, "ग्रामीण कृषि, वन और आदिवासी क्षेत्रों में वित्तीय पूंजी निवेश से प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि होगी जो हमारी जीडीपी बढ़ाने और हमें आत्मनिर्भर बनने में मददगार साबित होगा."

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