सिर्फ महिलाएं कर रही हैं ओला S1 इलेक्ट्रिक स्कूटर का निर्माण, कंपनी के CEO ने किया ट्वीट
हाइलाइट्स
करीब दो महीने पहले ओला ने इलेक्ट्रिक दो-पहिया वाहन बाज़ार में प्रवेश किया है और भारत में कंपनी ने S1 इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च की है. ब्रांड को इस इलेक्ट्रिक स्कूटर के लिए ग्राहकों की तगड़ी प्रतिक्रिया मिली है और सिर्फ दो दिन में ओला ने रु 1,100 करोड़ लागत की स्कूटर्स बेच ली हैं. बिक्री के लिए अगली बुकिंग 1 नवंबर 2021 को शुरू की जाएगी. इसी बीच ओला इलेक्ट्रिक के को-फाउंडर और सीईओ, भाविश अग्रवाल ने ट्विटर के माध्यम से S1 इलेक्ट्रिक स्कूटर के उत्पादन की झलक दिखाई है और तमिलनाडु स्थित इस फ्यूचरफैक्ट्री को सिर्फ महिलाएं संभालती हैं.
ओला की फ्यूचरफैक्ट्री का काम पूरा हो जाने के बाद इसकी सालाना उत्पादन क्षमता 1 करोड़ यूनिट होगी. यह दुनिया की सबसे बड़ी फैक्ट्री भी बनेगी जिसे पूरी तरह सिर्फ महिलाओं द्वारा संचालित किया जाता है. पूरी रफ्तार में काम शुरू हो जाने के बाद इस ब्रांड में 10,000 से ज़्यादा महिला कर्मचारियों को रोज़गार मिलेगा. इस फैसिलिटी का निर्माण रु 2,400 करोड़ लागत से किया जा रहा है और यहां 3,000 रोबोट भी काम करेंगे. कंपनी का कहना है कि यह दुनिया की सबसे आधुनिक दो-पहिया फैक्ट्री बनने वाली है.
ये भी पढ़ें : eBikeGo की रगेड इलेक्ट्रिक मोटो-स्कूटर को मिली 1 लाख से ज़्यादा बुकिंग
ओला S1 इलेक्ट्रिक स्कूटर की एक्सशोरूम कीमत रु 1 लाख है जो S1 प्रो के लिए रु 1.30 लाख तक जाती है. हालांकि ग्राहकों को सौंपते समय इस स्कूटर की कीमतों में कमी भी आएगी जो देशभर के अलग-अलग रोज्यों द्वारा इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद में मिलने वाली सब्सिडी पर निर्भर करती है. ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर S1 के बेस मॉडल की अधिकतम रफ्तार 90 किमी/घंटा है जिसकी रेन्ज सिंगल चार्ज में 121 किमी तक है. दूसरी ओर S1 प्रो की टॉप स्पीड 115 किमी/घंटा है और एक बार चार्ज करने पर इसे 181 किमी तक चलाया जा सकता है.