प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एशिया की पहली 2जी एथोनल बायो-रिफाइनरी का उद्घाटन किया
हाइलाइट्स
सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी काफी समय से बोयोफ्यूल आधारित तकनीकों को अपनाने की वकालत कर रहे हैं. अब मंगलवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व बोयोफ्यूल दिवस के अवसर पर पानीपत हरियाणा में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (IOCL) की एशिया की पहली 2G इथेनॉल बायो-रिफाइनरी का शुभारंभ किया है. प्राज इस परियोजना के लिए तकनीकी लाइसेंसकर्ता और ईपीसीएम भागीदार है. यहां पर एथेनॉल का उत्पादन चावल के भूसे से किया जाएगा. 35 एकड़ में फैली यह 2जी इथेनॉल बायो-रिफाइनरी प्राज की मालिकाना तकनीक का उपयोग करके लगभग 3 करोड़ लीटर इथेनॉल बनाने के लिए सालाना 2 लाख टन चावल के भूसे को प्रोसेस करने में सक्षम है.
प्लांट से 1 लाख से अधिक किसानों को लाभ मिलेगा.
पीएम मोदी ने कहा, "हमारे लिए जैव बोयोफ्यूल का मतलब है हरित ईंधन, पर्यावरण की बचत करने वाला ईंधन. इस आधुनिक प्लांट की स्थापना से, हरियाणा के किसानों, जहां चावल और गेहूं बहुतायत में उगाए जाते हैं, को फसल अवशेष का उपयोग करने का एक और आकर्षक साधन मिलेगा. किसान अब बोयोफ्यूल के उत्पादन और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का गौरव महसूस करते हैं."
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इससे 1 लाख से अधिक किसानों को लाभ मिलेगा और ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 1500 लगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है. हर साल लगभग 3,20,000 मीट्रिक टन CO2 को समाप्त करके पराली जलाने से संबंधित प्रदूषण की बड़ी चुनौती का समाधान करने में मदद मिलेगी, जो कि सालाना लगभग 63,000 कारों को सड़क पर हटाने के बराबर है. कंपनी का दावा है कि 2जी बायो-रिफाइनरी से रु 55 करोड़ की विदेशी मुद्रा की बचत होगी. इससे 20 प्रतिशत इथेनॉल सम्मिश्रण हासिल करने में भी मदद मिलेगी.