गणतंत्र दिवस 2023: यह हैं भारत में सबसे लंबे समय से बिकने वाली 5 कारें
हाइलाइट्स
पिछले कुछ सालों में भारतीय बाजार ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं. बिक्री की कमी या बदलते नियमों के कारण कई कारों की बिक्री रोक दी गई है. हालाँकि, कुछ ऐसे नाम हैं जो समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं और लंबे समय से बिक्री पर हैं. आइए एक नजर डालते हैं ऐसी ही 5 खास कारों पर
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मर्सिडीज-बेंज ई-क्लास - 1995 में लॉन्च हुई
भारत में अभी भी बिकने वाली सबसे पुरानी नेमप्लेट एक मर्सिडीज है. ई-क्लास ने 1995 में अपनी भारतीय शुरुआत की और 1998 में इसका एक नया मॉडल W210 आया जिसके बाद मर्सिडीज ने पीछे मुड़कर नहीं देखा. कंपनी अब कई तरह की हैचबैक, सेडान और एसयूवी की बिक्री करती है, जिसमें ई-क्लास अभी भी सबसे आगे है.
होंडा सिटी - 1998 में लॉन्च हुई
होंडा सिटी भारत में पांच पीढ़ियों से बिक्री पर है, पहली 1998 में आई थी. कार ने बाजार में खुद के लिए और होंडा के लिए नाम बनाया, खास तौर से अपने मज़ेदार इंजन के साथ. बाद की पीढ़ियां भी होंडा के लिए बड़ी कामयाबी लेकर आईं.
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मारुति वैगन आर - 1999 में लॉन्च हुई
मारुति की टॉल-बॉय हैचबैक को पहली बार 1999 में भारत में लॉन्च किया गया था और यह आज भी बिक्री पर है. Wagon R की ताकत इसके डिजाइन में है क्योंकि हैचबैक बढ़िया कैबिन स्पेस की पेशकश करती है. यह आज भी भारत की सबसे ज़्यादा बिकने वाली कारों में से एक है.
मारुति ऑल्टो - 2000 में लॉन्च हुई
ऑल्टो ने बाज़ार में आने के कुछ सालों बाद लोकप्रिय 800 की जगह ली जिसके बाद कार भारतीय बाजार पर हावी हो गई. 40 लाख से अधिक इकाइयों की बिक्री के साथ यह देश में सबसे अधिक बिकने वाली कारों में से एक बन गई.
महिंद्रा बोलेरो - 2000 में लॉन्च हुई
दमदार बोलेरो भारत में 2000 में आई थी और आज भी इसकी बिक्री जारी है. बॉडी-ऑन-फ्रेम एसयूवी को नए इंजन से लेकर 4 मीटर से कम आकार में सिकुड़ने तक कई बदलाव मिले हैं, लेकिन यह देश में महिंद्रा की सबसे ज्यादा बिकने वाली एसयूवी बनी हुई है. बोलेरो ने न केवल यात्री वाहन सगमेंट बल्कि कमर्शल बाज़ार में भी बड़ी कामयाबी पाई.