टेस्ला बना सकती है बेंगलुरु में आरएंडडी सेंटर, कर्नाटक सरकार से बातचीत शुरु
हाइलाइट्स
2015 में पहली बार टेस्ला के संस्थापक एलोन मस्क ने कहा कि उनकी कंपनी भारत में अपनी इलेक्ट्रिक कारों को लॉन्च करेगी. पांच साल हो गए हैं और कंपनी के चाहने वाले अभी तक उस दिन का इंतज़ार कर रहे हैं. अब ऐसा लगता है कि दुनिया की सबसे मूल्यवान मोटर वाहन कंपनी आखिरकार भारत में किसी तरह का कामकाज शुरु कर सकती है. अंग्रेज़ी अख़बार इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट ने कहा है कि इलेक्ट्रिक कार निर्माता कर्नाटक के उद्योग विभाग के साथ बेंगलुरु में एक आरएंडडी स्थापित करने के लिए चर्चा में है जो शहर के तकनीकी तंत्र का लाभ उठाएगा.
2015 में पहली बार एलोन मस्क ने कहा कि टेस्ला भारत में इलेक्ट्रिक कारों को लॉन्च करेगी.
रिपोर्ट में आगे कहा गया है, "पहला प्रस्ताव आर एंड डी सेंटर के लिए है और हमारे पास जानकारी है कि पहले से ही कम से कम दो दौर की चर्चाएं हो चुकी हैं." बेंगलुरू कुछ बड़ी टेक कंपनियों का ठिकाना है. Apple के पास बेंगलुरू में स्थित एक ऐप एक्सेलेटर है जो डेवलपर्स को अपने प्लेटफार्मों के लिए विकसित करने वाले सर्विस देता है. Microsoft का शहर में अपना R & D केंद्र है और Google की भी शहर में बहुत बड़ी उपस्थिति है. अमेज़ॉन का भारत मुख्यालय बेंगलुरु में है, जबकि हुआवई, आईबीएम और सैमसंग की आरएंडडी सुविधाएं भी यहीं स्थित हैं.
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टेस्ला का आरएंडडी सेंटर बेंगलुरु के तकनीकी तंत्र का लाभ भी उठाएगा.
एलोन मस्क ने भारत में आर एंड डी सुविधा बनाने में रुचि दिखाई है, भले ही वह देश में कई नीतियों के आलोचक रहे हैं. इसी साल में, टेस्ला टोयोटा को पछाड़कर दुनिया की सबसे मूल्यवान ऑटोमोटिव निर्माता बन गई थी. विडंबना यह है कि यह ख़बर ऐसे समय में आई है जब टोयोटा ने कहा है कि यह भारत में निवेश पर दोवारा सोचेगी.