'बॉबी' राजदूत की सफलता का श्रेय ऋषि कपूर को जाता है

हाइलाइट्स
एस्कॉर्ट्स समूह को ऋषि कपूर को अपने इतिहास के एक यादगार पन्ने के लिए धन्यवाद देना चाहिए. 70 के दशक के शुरुआती सालों में जब कपूर ने अपने पिता राज कपूर की फिल्म बॉबी में मुख्य अभिनेता के रूप में शुरुआत की, उसी समय राजदूत जीटीएस 175 भारतीय 2-व्हीलर बाज़ार में अपनी पहचान बनाने की कोशिश कर रही थी. लेकिन कंपनी के चलाए गए सभी मार्केटिंग अभियान वो हासिल नहीं कर पाए जो ऋषि की फिल्म बॉबी ने कर दिया. फ़िल्म रिलीज़ होने पर मोटरसाइकिल की बिक्री तेज़ी से बढ़ी, और हाँ इसे एक नया नाम भी मिला - बॉबी राजदूत.

'बॉबी' ऋषि कपूर और डिंपल कपाड़िया की पहली फिल्म थी जो 1973 में रिलीज़ हुई थी.
मोटरसाइकिल पर एक युवा हीरो अभी तक देखे गए मध्यम आयु वर्ग के अभिनेताओं से परे एक ताज़ा बदलाव था जो तब तक बॉलीवुड ने नहीं देखा था. भारत में बाइक बेचने के लिए एस्कॉर्ट्स ने पोलेंड की बाइक कंपनी SHL के साथ समझौता किया था और बॉबी राजदूत इसके परिणामों में से एक था. बाइक का 173 cc का टू-स्ट्रोक इंजन ज़्यादा दमदार नहीं था (7.5 bhp और 12.7 Nm) और सीट भी कुछ ख़ास आरामदायक नहीं थी, फिर भी राजदूत GTS 175 युवाओं में हिट हो गई, और ऐसा बॉबी में देखे जाने के बाद हुआ. बाइक पर क्रोम का काफी इम्तेमाल किया गया था और एक स्टेपनी भी लगाई गयी थी!

जीटीएस 175 को 'मंकी' बाइक और 'बॉबी' बाइक जैसे कई नाम मिले (छवि: बिस्वरुप गांगुली, विकिमीडिया कॉमन्स)
भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग के प्रमुख नामों ने ऋषि कपूर को उनके निधन पर श्रद्धांजलि दी. हीरो ग्रुप के चेयरमैन पवन मुंजाल ने कहा, "मैं अपने प्रिय मित्र ऋषि कपूर के निधन से बहुत दुखी हूं. एक हीरे की तरह, वह कई आयामों के व्यक्ति थे. वह भारतीय सिनेमा के एक दिग्गज थे और उनके काम को आने वाला समय हमेशा याद करेगा.”

2010 में ऋषि कपूर ने अपनी फिल्म दो दूनी चार के लिए बजाज चेतक की सवारी भी की.
महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा, "मेरी पीढ़ी के लिए, हमारे बचपन का एक बड़ा हिस्सा चला गया है. विदाई मित्र. आप अभी भी मुस्कुरा रहे होंगे और लोगों की एक नई जमात का मनोरंजन कर रहे होंगे."