1956 पॉर्श 356A के अगले हिस्से में टायर की जगह लगी हैं स्कीस, खास वजह से बनी

हाइलाइट्स
वेलकरी रेसिंग के आगामी प्रोजैक्ट 356 वर्ल्ड रैली आइस चैलेंज की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. रेसर से लेकर फिलेंथ्रोपिस्ट तक रीनी ब्रिंकरहॉफ इस मुकाबले में अपनी सातवीं रेस पूरी करने जा रही हैं, वो चाइल्ड ट्रैफिकिंग यानी बच्चों का अवैध व्यापार करने के खिलाफ अभियान भी चलाती हैं और उनके नाम पोलर ऐक्सप्लोरेशन में वर्ल्ड रिकॉर्ड भी है. और अंत में आते हैं पूरी तरह री-इंजीनियर्ड 1956 पॉर्श 356A विंटेज वाहन की ओर, इसे सोलर पैनल के साथ क्रीवास बार दिए गए हैं ताकि अंटार्कटिक की चुनौतीपूर्ण राहों पर और किसी भी मौसम में इसे चलाया जा सके. बेहद कठिन और खतरनाक 573 किमी की यह रेस 5 दिसंबर 2021 से शुरू होने वाली है.

18 महीने से भी ज़्यादा समय इस वाहन पर लगाने के बाद विंटेज पॉर्श 356 वेलकरी रेसिंग की बेहद ठंडी और खतरनाक रास्ते के लिए तैयार हो गई है. यूके आधारित चेसी डिज़ाइन इंजीनियर कीरोन ब्रैडली ने इस शानदार कार को बनाकर तैयार किया है और यह अपने आप में बेहतरीन काम का एक नमूना है. कीरोन ने इस चुनौतीपूर्ण मुकाबले के तमाम आयामों को ध्यान में रखते हुए इस वाहन को तैयार किया है ताकि प्रतिस्पर्धा में चालक को किसी तरह की कोई परेशानी ना हो. इसके अलावा धूप में सोलर पैनल भी इसकी बैटरी को चार्ज रखेंगे जिससे काफी सुविधा होगी.
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लेकिन ब्रैडली की मानें तो, इसके अगले हिस्से में लगी स्कीस से ना सिर्फ यह वाहन तकनीकी रूप से आधुनिक बनता है, बल्कि इन्हे इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि बाकी सारे पुर्ज़े इन्हें सपोर्ट करते हैं और बर्फ पर यह सिर्फ एक कदम रखने जितना प्रभाव डालती हैं. उन्होंने कहा कि, “42-इंच टायर्स वाले अंटार्कटिक 4 बाय 4 सपोर्ट वाहन की तुलना में स्की और ट्रैक कॉम्बिनेशन से इसका हवा में रहना 300 प्रतिशत तक बढ़ जाता है. इस पूरे सफर में 356 लगातार चलती रहेगी और मुकाबले में सबसे आगे भी बने रहेगी.”