टोयोटा की भारत सरकार से बेहतर टैक्स प्रणाली की उम्मीद
हाइलाइट्स
कोरोवानायरस का ऑटो उद्योग पर गहरा असर पड़ा है और समय समय पर उद्योग सरकार से समर्थन का अनुरोध करता रहा है. हाल ही में एक इंटरव्यु में, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के वाइस-चेयरमैन, शेकर विश्वनाथन ने कहा कि भारत में ज़्यादा टैक्स की वजह से ऑटोमोबाइल कंपनियों का कारोबार बढ़ाना मुश्किल बनता जा रहा है. मुश्किल बनाता है. कारों पर लगाया जाने वाले ऊँचे टैक्स की वजह से मांग कम हो जाती है और कारखाने बेकार हो जाते हैं. इसके अलावा, ऑटो उद्योग को पिछले एक साल से मंदी का सामना भी करना पड़ रहा है. कई कंपनियों ने कर ढांचे में बदलाव के लिए अनुरोध किया, भले ही वो अस्थायी हो, लेकिन अब तक कोई फायदा नहीं हुआ.
टोयोटा का कहा है कि यह भारत में रहने के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन बेहतर टैक्स दरों की मांग करता है.
जबकि विश्वनाथन ने कहा कि टोयोटा किर्लोस्कर मोटर भारत में अपने कारोबार को नहीं बढ़ाएगी, लेकिन भारत से बाहर भी नहीं जाएगी. फिल्हाल टोयोटा कर्नाटक के बिदाड़ी में अपने दो में से एक कारख़ानों में से अपनी क्षमता का सिर्फ 20 प्रतिशत ही उपयोग करती है. कारएंडबाइक के एक प्रश्न के जवाब में, कंपनी ने निम्नलिखित बयान जारी किया, जिसमें सरकार से बेहतर टैक्स के साथ-साथ कर्मचारियों के हितों की रक्षा करने के लिए कहा गया है.
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"टोयोटा किर्लोस्कर मोटर यह बताना चाहेगी कि हम भारतीय बाजार के लिए प्रतिबद्ध हैं और देश में हमारा कामकाज वैश्विक रणनीति का एक अभिन्न अंग हैं. हमें अपनी बनाई नौकरियों की रक्षा करने की आवश्यकता है और हम इसे हासिल करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे. भारत में अपने दो दशकों के कामकाज के दौरान, हमने एक मजबूत ढांचा बनाने के लिए परिश्रम किया है. हमारा पहला कदम है कि हमने जो भी बनाया है, उसकी पूर्ण क्षमता उपयोग सुनिश्चित करना. COVID-19 प्रभाव से आने वाली मंदी के मद्देनजर; ऑटो उद्योग एक बेहतर टैक्स सिस्टम बनाए रखने के लिए सरकार से समर्थन का अनुरोध कर रहा है"