जून 2025 में ऑटो बिक्री में आई बड़ी गिरावट, पहली तिमाही की बिक्री में हुआ मुनाफा

हाइलाइट्स
- जून में कारों की बिक्री में 1.49% की गिरावट आई
- दोपहिया वाहनों की बिक्री में 12.48% की गिरावट आई
- कार डीलरों के पास फिलहाल 55 दिन का स्टॉक बचा हुआ है
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल्स डीलर्स एसोसिएशन (FADA) ने जून 2025 के महीने के साथ-साथ चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए बिक्री के आंकड़े जारी किए हैं. आंकड़ों के अनुसार, जून में कुल वाहनों की बिक्री में एक महीने पहले की तुलना में 9.44% की गिरावट आई, जबकि पहली तिमाही में बिक्री में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 5% की वृद्धि देखी गई. जून में देश में कुल 20,03,873 वाहन बिके, जबकि जून 2024 में बिक्री 19,11,354 वाहनों की हुई थी.

जून में दोपहिया वाहनों की बिक्री में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई
यात्री कारों से शुरुआत करें तो जून में कुल 2,97,722 कारों की बिक्री हुई, जो मई 2025 की तुलना में 1.49% कम थी, लेकिन जून 2024 की तुलना में 2.45% अधिक थी. दोपहिया वाहनों की बिक्री में बहुत बड़ी गिरावट देखी गई, जिसमें मई 2025 की तुलना में कुल 14,46,387 वाहनों की बिक्री हुई, जो 12.48% कम है. हालांकि, जून 2024 की तुलना में बिक्री में 4.73% की वृद्धि हुई. कमर्शियल वाहनों की बिक्री में भी करीब 3% की गिरावट आई और जून में कुल 73,367 बिक्री हुई.
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इलेक्ट्रिक कारों की बाजार हिस्सेदारी कुल बिक्री का 4.43% रही, जो मई में 4.07% और जून 2024 में 2.52% थी. इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की हिस्सेदारी 7.28% है, जो मई में 6.07% और पिछले साल जून में 5.79% थी. बाजार की अग्रणी मारुति सुजुकी की हिस्सेदारी 40% (1,16,544 यूनिट) से थोड़ी कम रही, जबकि महिंद्रा 40,919 कारों की बिक्री के साथ दूसरे स्थान पर रही. जून में सबसे ज्यादा बिकने वाला दोपहिया ब्रांड हीरो मोटोकॉर्प (3,93,832 यूनिट) रहा, जिसके बाद होंडा और टीवीएस का नंबर रहा.

मई की तुलना में कमर्शियल व्हीकल की बिक्री में भी मामूली गिरावट देखी गई
FADA के अध्यक्ष सी.एस. विग्नेश्वर ने कहा, "भारी बारिश और बाजार में तरलता की कमी के कारण ग्राहकों की संख्या और ग्राहकों के बीच रुझान पर असर पड़ा, जबकि बढ़ी हुई प्रोत्साहन योजनाओं और नई बुकिंग ने चुनिंदा समर्थन दिया. त्यौहार और शादी-ब्याह के मौसम में मांग में तेजी आई, लेकिन वित्तीय बाधाओं और बीच-बीच में वैरिएंट की कमी ने बिक्री को धीमा कर दिया. जैसे-जैसे हम जुलाई 2025 में प्रवेश कर रहे हैं, डीलरों की धारणा मंदी की ओर झुकी हुई दिखाई दे रही है."